
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस विभाग को जनता और जनप्रतिनिधियों से संवाद बेहतर करने की नसीहत दी है। देहरादून में पुलिस विभाग के चार दिवसीय मंथन का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन आधारित राज्य में पुलिस का जनता से संवाद बेहतर होना बेहद जरूरी है।
देहरादून में पुलिस मुख्यालय में पुलिस विभाग का चार दिवसीय मंथन शुरू हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंथन शिविर का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस शिविर को अधिकारियों के बीच समन्वय बेहतर करने में उपयोगी बताया। सीएम ने कहा कि कई बार नए अधिकारी अपने सीनियर से नहीं मिल पाते। इस तरह के कार्यक्रम में सभी से मिलने का मौका मिलता है । जिससे अधिकारियों के बीच तालमेल बेहतर होता है। समाधान, सरलीकरण में ये कारगर साबित होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पुलिस का नारा मित्र पुलिस का है लेकिन अपराधियों में पुलिस का खौफ बना रहना चाहिए। इसके मद्देनजर अपराधियों पर लगाम कसने के लिए की जा रही कार्रवाई की नियमित मॉनिटरिग की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अवांछित तत्व राज्य में नहीं आ पाएं इसे सुनिश्चित किया जाए। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि पुलिस जवानों का मानसिक स्वास्थ्य बेहतर हो इस पर भी ध्यान दिया जाए।
LIVE: देहरादून में 'उत्तराखण्ड पुलिस मंथन-चुनौतियाँ एवं समाधान' थीम अन्तर्गत “पुलिस सप्ताह” का शुभारम्भ
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) December 22, 2022
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मुख्यमंत्री ने जिलों के अधिकारियों को जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद बेहतर करने की नसीहत दी। सीएम ने कहा कि पर्यटन आधारित राज्य में अधिकारियों को संवाद इसलिए भी बेहतर रखना जरूरी है क्योंकि कई बार आपात स्थितियां पैदा हो जाती हैं। ऐसे में जितनी जल्दी संवाद होगा उतनी जल्दी पुलिस जरूरी कदम उठा सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सोशल मीडिया में आने वाली भ्रामक सूचनाओं के दौर में अधिकारियों को तथ्यों के साथ अपनी बात रखनी चाहिए। जिससे आपराधित घटनाओं पर पुलिस की कार्रवाई को लेकर जनता में किसी तरह का संदेह नहीं पैदा हो।
मुख्यमंत्री ने साइबर क्राइम के लिहाज से राज्य की पुलिस व्यवस्था में और सुधार की जरूरत बताई । मुख्यमंत्री ने अपराध नियंत्रण के साथ पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार पर भी जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करने को कहा।सीएम ने कहा कि मंथन शिविर में जो भी सुझाव आएंगे उन पर सरकार गंभीरता से ध्यान देगी। जिससे राज्य की पुलिस व्यवस्था बेहतर हो और देवभूमि में अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाया जा सके।