राजनीति

मोदी सरकार दिल्ली में तोड़ने जा रही 53 मंदिर, दिल्ली सरकार को भेजा पत्र- संजय सिंह

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह (Sanjay Singh) ने आज भाजपा द्वारा दिल्ली में 53 मंदिरों को तोड़ने की बनाई जा रही योजना का खुलासा किया। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि भाजपा का असली चेहरा देश के सामने आ गया है। मोदी सरकार दिल्ली में 53 मंदिरों को तोड़ने जा रही है। मोदी सरकार ने दिल्ली सरकार को चिट्ठी भेजकर कहा है कि हमें श्रीराम, श्रीकृष्ण, हनुमान, शिव, माता दुर्गा, साईं बाबा समेत 53 मंदिरों को तोड़ने के लिए धार्मिक समित की अनुमति चाहिए।

भाजपा का असली चेहरा देश के सामने आया

उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग देश भर में धर्म के नाम पर ड्रामा करते हैं और दिल्ली में 53 मंदिरों को तोड़ने की योजना बना रहे हैं। इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा दिल्ली प्रमुख आदेश गुप्ता को सामने आकर दिल्ली की जनता से हाथ जोड़कर माफी मांगनी चाहिए। आम आदमी पार्टी मांग करती है कि इस मामले में भाजपा को सामने आकर दिल्ली की जनता को जवाब देना चाहिए। दिल्ली में मंदिरों को तोड़ने की साजिश भाजपा के असली चेहरे को उजागर करता है कि ये लोग हिन्दू धर्म के कितने बड़े विरोधी हैं।

भाजपा के लोग देश भर में धर्म के नाम पर ड्रामा करते हैं

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह (Sanjay Singh) ने आज पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारतीय जनता पार्टी द्वारा दिल्ली में कई मंदिरों को तोड़ने की बनाई जा रही योजना का पर्दाफांस किया। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि भाजपा के लोग धर्म के नाम पर ड्रामा करते हैं। धर्म के नाम पर झगड़े कराएंगे, नफरत फैलाएंगे। दिल्ली में धर्म के नाम पर ड्रामा करेंगे और भाजपा के लोग धर्म का सबसे बड़ा ठेकेदार बनने का काम करेंगे, लेकिन दिल्ली में एक-दो नहीं, बल्कि 53 मंदिरों को तोड़ने की योजना है।

दिल्ली में 53 मंदिरों को तोड़ने की योजना बना रहे

आगे उन्होनें कहा भाजपा और नरेंद्र मोदी की सरकार दिल्ली में 53 मंदिर तोड़ने जा रही है। भाजपा को सामने आकर इसका जवाब देना पड़ेगा कि यही तुम्हारा असली चेहरा है। मोदी सरकार ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखा है कि धार्मिक समिति से हमें अनुमति चाहिए। दिल्ली सरकार को केंद्र सरकार ने चिट्ठी लिखी है कि हमें दिल्ली में 53 मंदिरों को तोड़ने की अनुमति चाहिए।

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