मराठा आंदोलन में बवाल, जालना में हिंसक हुआ मराठा आंदोलन, पत्थरबाजी-लाठीचार्ज में 38 पुलिसकर्मी घायल

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महाराष्ट्र में एक बार फिर मराठा आंदोलन का मुद्दा गरमा गया है। शुक्रवार को जालना जिले के अंतरावाली सराटी गांव में पुलिस और मराठा आरक्षण की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज और हवाई फायरिंग करनी पड़ी। मिली जानकारी के मुताबिक, जालना के अंतरावाली सराटी गांव में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अनशन पर बैठे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है।

बता दें पुलिस प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने की कोशिश कर रही थी और तभी वहां बवाल शुरू हो गया। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर यहाँ पिछले चार दिनों से अनशन चल रहा है। पुलिस की कार्रवाई से भड़के प्रदर्शनकारियों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद हालात और बिगड़ गए और पुलिस को हवाई में गोली चलानी पड़ी। पिछले 29 अगस्त से आरक्षण की मांग को लेकर मराठा मार्च के संयोजक मनोज जरांगे समेत 10 लोग धरने पर बैठे थे। लेकिन मनोज जरांगे पाटिल की हालत बिगड़ गई। इसके चलते उनसे अनशन खत्म करने का अनुरोध किया गया। लेकिन उन्होंने अपनी भूख हड़ताल वापस नहीं ली। इसके बाद आज पुलिस ने यह कार्रवाई की।

पुलिस ने आज भूख हड़ताल पर बैठे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में तीखी बहस शुरू हो गयी। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। फिर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव भी किया। इसके बाद पुलिस ने आक्रामक प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं। इससे स्थल पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गयी।

38 पुलिसकर्मी हुए घायल

जानकारी के मुताबिक, अधिकारियों ने कहा कि मध्य महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा आरक्षण के लिए विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को हिंसक हो गया, जिसमें 38 पुलिस कर्मियों सहित कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने अंबाड तहसील के धुले-सोलापुर रोड पर अंतरवाली सारथी गांव में हिंसक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. ग्रामीणों ने यह भी दावा किया कि पुलिस ने हवा में कुछ राउंड फायरिंग की, लेकिन ने इसकी पुष्टि नहीं की।

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