Uttarakhand: विद्यार्थियों को वजीफे का ‘धामी उपहार’, पहाड़ की शिक्षा व्यवस्था में होगा सुधार

धामी सरकार सूबे की शिक्षा व्यवस्था को सुधारने और बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ने को प्रोत्साहित करने में लगी है। इसके मद्देनजर सरकार छठी से बारहवीं के विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति योजना लागू करने जा रही है।योजना के तहत कक्षा 6 से 12वीं तक के मेधावी छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जाएगी। इस योजना को प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिहाज से गेम चेंजर माना जा रहा है।
सरकारी स्कूलों में छात्रों को पढ़ने को प्रोत्साहित करने और ड्रॉप आउट रोकने के लिए, धामी कैबिनेट ने ‘मुख्यमंत्री मेधावी छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना’ को मंजूरी दी है। योजना के तहत राज्य में कक्षा 6 से 12वीं तक के मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। कक्षा 6 के छात्रों को 600 रुपये, कक्षा 7 के छात्रों को 700 रुपये और कक्षा 8 के छात्रों को 800 रुपये प्रति माह की छात्रवृत्ति ए दी जाएगी। जूनियर स्तर के अंतर्गत कक्षा 5 पास करने वाले छात्रों में से प्रतियोगी परीक्षा के आधार पर कुल प्रतिभागी छात्रों में से 10 प्रतिशत मेधावी छात्रों को ये छात्रवृत्ति दी जाएगी।
इस योजना के लाभ के लिए विद्यार्थी का राजकीय या राजकीय सहायता प्राप्त स्कूल से कक्षा 5 पास होना और वर्तमान में कक्षा 6 में संस्थागत रूप से पढ़ना जरूरी होगा। इसके अलावा कक्षा 6 और कक्षा 7 में छात्र-छात्रों की उपस्थिति 75 प्रतिशत और 60 प्रतिशत नंबर लाना जरूरी होगा। इस छात्रवृत्ति योजना का लाभ लेने के लिए उम्मीदवार के माता-पिता और अभिभावक की वार्षिक आय पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। छात्रवृत्ति परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी एससीईआरटी उत्तराखंड की होगी।
इस छात्रवृत्ति का लाभ एससी, एसटी और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं को मिल सके। इसके लिए उन्हें प्रतियोगी परीक्षा में प्राप्त अंक में 5 प्रतिशत का वेटेज दिया जाएगा। सरकारी स्कूलों में पढ़ने को विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए धामी सरकार इस छात्रवृत्ति योजना को लागू करने जा रही है। देखना होगा कि सूबे की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की ये योजना धरातल पर कितनी प्रभावी हो पाती है।
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