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म्यांमार की लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू को चार साल की जेल, फरवरी 2021 से थीं हाउस अरेस्ट

देश-दुनिया: 1 फरवरी 2021 की रात को म्यांमार की सेना ने नोबेल पुरस्कार विजेता और लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू को हाउस अरेस्ट कर लिया। इसका कारण था नवंबर 2020 में हुए आम चुनाव। इसमें आंग सान सू की की पार्टी ने दोनों सदनों में 396 सीटें जीती थीं। मुख्य विपक्षी पार्टी यूनियन सॉलिडैरिटी एंड डेवलपमेंट पार्टी ने दोनों सदनों में मात्र 33 सीटें ही जीतीं। विपक्षी पार्टी के नेता सेना में ब्रिगेडियर जनरल थे जिसकी वजह से सेना ने उनका समर्थन किया   

इस पार्टी को सेना का समर्थन हासिल था। इस पार्टी के नेता थान हिते हैं।  थान हिते सेना में ब्रिगेडियर जनरल रह चुके हैं। सेना में ब्रिगेडियर जनरल रहने की वजह से उनकी सेना पर पकड़ है जिस कारण सेना ने पुरे चुनाव पर सवाल खड़े कर दिए। सेना ने आंग सान सू की पार्टी पर चुनाव में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया और म्यांमार की सत्ता को हाथ में ले लिया।

सत्ता हाथ में लेने से पहले सेना चुनी हुई सरकार की शिकायत सुप्रीम कोर्ट तक में किया। सेना ने कोर्ट में चुनाव आयोग और राष्ट्रपति की भी शिकायत की।

अब नेता आंग सान सू की को 4 साल की कारावास की सजा सुनाई गई है। कोर्ट ने उन्हें सेना के खिलाफ असंतोष भड़काने और कोरोना नियम तोड़ने का दोषी माना गया है।  

बता दें अभी म्यांमार के पुरे तंत्र पर सेना का शासन है और सेना ही सभी नीतियों पर अंतिम मुहर लगाती है। मिलिट्री लीडर जनरल मिन आंग हलिंग का देश पर कब्जा है। प्रधानमंत्री की भुमिका को निभा रहे जनरल मिन आंग हलिंग ने कहा कि 2023 में आपातकाल खत्म कर दिया जाएगा और आम चुनाव करा दिए जाएंगे। मिलिट्री लीडर जनरल मिन आंग हलिंग के तख्तापलट के बाद म्यांमार में 940 लोग मारे गए थे।

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