
Meerut News : वीडियो वायरल कर 11वीं की नाबालिक छात्रा को जान देने के लिए विवश करने वाले दो आरोपी आयुष कसाना और उज्जवल कसाना को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पहले थाना पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया था। जिसके बाद पुलिस की कार्यशैली व आरोपियों से मिली भगत के आरोप लगे।
वीडियो की वायरल
लोहिया नगर थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी ग्रामीण की 16 वर्षीय बेटी कक्षा 11 में इंटर कॉलेज में पढ़ाई कर रही थी। पड़ोस में रहने वाले दूसरी जाति के आरोपी की किशोरी से दोस्ती हो गई। आरोपी ने पीड़िता से अश्लील वीडियो बनवाकर हासिल कर ली थी। इसके बाद आरोपी ने ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया, पीड़िता के नाम से फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाकर वीडियो वायरल कर दी।
पीड़िता ने इंटर कॉलेज जाना छोड़ दिया था। 21 सितंबर को पीड़िता ने बदनामी के कारण फंदा लगाकर जान दे दी थी। पुलिस ने आरोपी अंकुर कसाना को तभी गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन आयुष एवं उज्जवल को छोड़ दिया गया था। इसके बाद ब्राह्मण समाज में आक्रोश बढ़ने के बाद दशा अवतार परशुराम मंदिर में समाज के 18 संगठन लामबंद हुए और पंचायत की गई।
पंचायत कर बनाई योजना
ब्राह्मण समाज द्वारा पंचायत करने के बाद एडीजी ऑफिस का घेराव करने का निर्णय लिया गया। एडीजी ऑफिस का घेराव करते हुए आरोपियों को सत्ता पक्ष के एक मंत्री द्वारा राजनीतिक संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए ब्राह्मण समाज ने प्रदर्शन करते हुए आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी एवं लोहिया नगर थाना इंचार्ज को बर्खास्त करने की मांग की। मांगेराम त्यागी ने कहा कि झोटा गैंग युवतियों की जिंदगी बर्बाद कर रहा है। इस गैंग में 30-35 युवक शामिल है, यह किशोरियों और युवतियों को फंसा कर ब्लैकमेल करते हैं।
एडीजी ने आवास से बाहर आकर पीड़ित परिवार की बात सुनते हुए जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। साथ ही न्याय न मिलने की स्थिति में समाज ने एक बड़ा आंदोलन करने की चेतावनी मेरठ प्रशासन को दी है।
यह भी पढ़ें : Aaj Ka Rashifal : जानें अपना आज का राशिफल, इन बातों का रखें खास ध्यान
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप