
Kartik Purnima 2024: कार्तिक पूर्णिमा का दिन विशेष रूप से धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इसे पुण्य फल देने वाला दिन माना जाता है। इस दिन स्नान और दान का विशेष महत्व है। मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी पाप धुल जाते हैं और व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। इसे 100 अश्वमेध यज्ञ के बराबर पुण्यकारी माना गया है।
यदि पवित्र नदियों में स्नान संभव न हो, तो घर में गंगाजल मिलाकर स्नान करना भी पुण्य प्रदान करता है। इस दिन विशेष रूप से गंगा, यमुनाजी या किसी अन्य पवित्र नदी में स्नान करना अधिक शुभ माना जाता है।
स्नान के बाद विशेष क्रियाएं
1. सूर्य को अर्घ्य दें: स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य देने से समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है। यह व्यक्ति की जीवनशक्ति को भी बलवती करता है।
2. दान और सेवा करें: स्नान के बाद गरीबों को तिल, फल, कपड़े और अन्य आवश्यक सामान दान करें। दान से पुण्य की प्राप्ति होती है और घर में खुशहाली आती है।
3. दीपदान करें: इस दिन शाम को नदी, तालाब, मंदिर, आंगन या बालकनी में दीप जलाना अत्यधिक शुभ माना जाता है। इससे घर में शांति और समृद्धि का वास होता है।
4. तुलसी के पास दीपक जलाएं: कार्तिक पूर्णिमा की रात में तुलसी के पौधे के पास और घर के मुख्य द्वार पर घी का दीपक जलाएं। यह मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण उपाय माना जाता है।
5. ग्रहों के उपाय करें: इस दिन किसी भी पीड़ित ग्रह के उपाय करना भी शुभ होता है, क्योंकि कार्तिक पूर्णिमा का दिन ग्रहों के दोषों को दूर करने के लिए उपयुक्त माना जाता है।
इस प्रकार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन किए गए धार्मिक कार्य व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाते हैं।
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