द्रौपदी मुर्मू अगर भारत की संभावित राष्ट्रपति बनीं तो बनेंगे ये 5 रिकॉर्ड, जानिए कौन से हैं ये रिकॉर्ड

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पहला रिकॉर्ड तो यही है कि वह देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुंचने वाली पहली आदिवासी महिला नेता होंगी। क्योंकि भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी आदिवासी समाज का व्यक्ति भारत के संविधान के इतने बड़े पद पर विराजमान होने वाला है।

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अब बात कर लेतें हैं दूसरे रिकॉर्ड की आपको बता दें कि द्रौपदी मुर्मू पहली  ऐसी राष्ट्रपति होंगी, जो कि स्वतंत्र भारत के बाद देश में पैदा हुईं हैं। 1947 में देश को आजादी मिलने के करीब 11 साल बाद द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को हुआ था। देश में अब तक जितने भी राष्ट्रपति हुए हैं, वो सब 1947 से पहले पैदा हुए ।

तीसरे रिकार्ड  की अगर बात करें तो ये देश की सबसे  कम उम्र वाली राष्ट्रपति भी होंगी। जबकि इनसे पहले नीलम संजीव रेड्डी का नाम है, जो 1977 में निर्विरोध राष्ट्रपति बने थे।

चौथा रिकार्ड जो कि राजनीतिक रुप से सुर्खियों में भी है। आपको बता दें कि ऐसा पहली बार होगा, जब किसी समय पार्षद रह चुका  हुआ कोई व्यक्ति भारत में राष्ट्रपति पद तक पहुंचेगा । द्रौपदी मुर्मू ने 1997 में रायरंगपुर नगर पंचायत का पार्षद बनने के साथ अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी।

पांचवा और आखिरी रिकार्ड द्रौपदी मुर्मू की जीत के साथ ही ओडिशा का नाम भी उन राज्यों में शामिल हो जाएगा, जिस राज्य ने देश को कई ऐसे लोग दिए हैं जो कि संवाधिनिक पदों के सर्वोच्च पद पर बैठें हैं।

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रिपोर्ट: निशांत