
इंदौर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत G-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहा है। जिसकी कृषि समूह से जुड़ी महत्वपूर्ण बैठक इंदौर में आयोजित की जा रही है। 13 फरवरी से लेकर 15 फरवरी तक इंदौर में होने वाले इस सम्मेलन में 30 देशों और कृषि से जुडे अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के 89 डेलिगेशन इस बैठक में हिस्सा लेंगे, जो कृषि क्षेत्र में सुधार के लिए मंथन करेंगे।
G20 की कृषि समूह की इस महत्वपूर्ण बैठक का शुभारंभ आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रैंड सैटर्न होटल में किया। इंदौर की गौरवशाली परंपरा के अनुरूप मेहमानों का स्वागत सत्कार किया गया, जिससे वह अभिभूत हैं। साथ ही मेहमानों ने राजवाड़ा और आसपास के क्षेत्रों में जो हेरिटेज वॉक किया है, उससे उनकी खुशी को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है। मेहमानों का स्वागत अतिथि देवो भव की परंपरा से किया है। यह आमतौर पर नहीं होता। डेलीकेशन कृषि विषयों पर दो मंथन करेंगे।
वही प्रेस वार्ता कर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि जैविक खेती में मध्य प्रदेश हिंदुस्तान में नंबर वन है। साढ़े 17 लाख हेक्टेयर में मध्यप्रदेश जैविक खेती कर रहा है। जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, जिसका हमें गर्व है।
जैविक खेती के भी आगे अब हम प्राकृतिक खेती की ओर अपने कदम बढ़ाएंगे। क्योंकि इस धरती को हमें आने वाली पीढ़ी के लिए बचा कर रखना है। केमिकल, फर्टिलाइजर और रासायनिक खादों के अधिक उपयोग केवल अंडा और सब्जियों को विषैला नहीं बनाता, ये मानव स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा है। प्राकृतिक खेती के लिए दुनिया आगे आए इसलिए हम घनामृत, जीवामृत, गोमूत्र और गोबर इनसे जो बनी हुई खाद और कीटनाशक का हम उपयोग करें, जो मानव स्वास्थ्य के लिए और आने वाली पीढ़ी के लिए धरती को बचाए रखने का महत्वपूर्ण कदम होगा बाकी अन्य विषयों पर भी विशेषज्ञो द्वारा भी चर्चा की जाएगी।
वहीं बीते एक वर्ष से ही हमने प्राकृतिक खेती की शुरुआत की है। जिसके लिए अभी तक 60 हजार से अधिक किसानों ने प्राकृतिक खेती के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है जो प्राकृतिक खेती कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता यही है कि यह 60 हजार किसान ऐसा प्रदर्शन करें कि आसपास के अन्य किसान भी आकर्षित हो। प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों का उत्पादन बढ़ रहा है और उन्हें अच्छा मूल्य भी अपनी फसल का मिल रहा है।