भ्रष्टाचार के मामले में विजयवाड़ा की कोर्ट में पेश हुए चंद्रबाबू, सरकारी अस्पताल में हुआ चेकअप

भ्रष्टाचार के मामले विजयवाड़ा की कोर्ट में पेश हुए, सरकारी अस्पताल में हुआ चेकअप
तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को रविवार 10 सितंबर की सुबह मेडिकल जांच के लिए सरकारी अस्पताल में लाया गया। चंद्रबाबू नायडू को अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के अधिकारियों की एक टीम विजयवाड़ा के सरकारी अस्पताल लेकर आई। इसके बाद उन्हें एसीबी कोर्ट के समक्ष पेश किया गया।
विजयवाड़ा कोर्ट में पेश हुए चंद्रबाबू
सीआईडी अधिकारियों ने बताया कि मेडिकल जांच के बाद चंद्रबाबू नायडू को वापस एसआईटी कार्यालय ले जाया गया। उन्होंने बताया कि टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को विजयवाड़ा में विशेष भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी एसीबी की अदालत में पेश किया गया। अस्पताल के साथ-साथ एसीबी कोर्ट में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री का केस सुप्रीम कोर्ट के वकील सिद्दार्थ लूथरा और अधिवक्ताओं की एक टीम लड़ रही है।
लंबी पूछताछ के बाद चेकअप
कुंचनपल्ली में एसआईटी कार्यालय में 10 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सुबह 3:40 मिनट पर चंद्रबाबू को मेडिकल चेकअप के लिए विजयवाड़ा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। लगभग 50 मिनट तक चले चेकअप के बाद नायडू को वापस एसआईटी कार्यालय ले जाया गया।
राजनीतिक प्रतिशोध की वजह से हुई गिरफ्तारी
रविंद्र कुमार ने कहा कि टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी राजनीतिक प्रतिशोध की वजह से हुई। उन्होंने कहा कि नायडू की गिरफ्तारी अवैध है। अगर सीआईडी ने मामला दर्ज कर लिया है और चार्जशीट तैयार है तो उसे पेश करने में देरी क्यों की जा रही है। टीडीपी सांसद ने कहा कि कौशल विकास केंद्र में केवल 10 फीसदी हिस्सा सरकार का था। बाकी 90 फीसदी फंड सीमेंस कंपनी का था। इस बीच, टीडीपी ने अपने समर्थकों से नायडू की गिरफ्तारी के विरोध में आज प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में उपवास में हिस्सा लेने की अपील की
कौशल विकास निगम घोटाले में हुई गिरफ्तारी
चंद्रबाबू नायडू को कथित कौशल विकास निगम घोटाले के मामले में शनिवार 9 सितंबर को गिरफ्तार किया गया। मामला आंध्र प्रदेश में उत्कृष्टता केंद्र के समूहों की स्थापना से जुड़ा हुआ है, जिसका कुल अनुमानित परियोजना मूल्य 3300 करोड़ रुपये है।