Chhattisgarh

छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण पर विवाद, कांग्रेस बोली- बीजेपी की सरकार में बने

छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में एक बार फिर मतांतरण का मुद्दा हावी हो चला है। बालोद जिला मुख्यालय से लगे गांव सिवनी में 3 युवकों और उनके परिवारों द्वारा मूल धर्म को छोड़ ईसाई धर्म अपनाकर धर्मान्तरण करने का मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है। गांव में यह मामला सामने आने से ग्रामीण अब चिंतित और डरे हुए हैं कि गांव में कोई अन्य मतांतरित न हो। गांव में तनाव की स्तिथि बन गई हैं। इसके लिए ग्रामीणों ने कलेक्टर से गुहार लगाकर कार्यवाही की मांग की है। मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर के निर्देश पर पुलिस की टीम बुधवार को ग्राम सिवनी पहुंची। जहां पुलिस ने संबंधितों का बयान दर्ज किया और आगे की कार्यवाही व जांच में जुट गई है। वहीं बताया यह भी जा रहा है कि गांव में और भी लोग हो सकते है जिन्होंने धर्मान्तरण कराया हो।

वहीं धर्मान्तरण के मुद्दे को विपक्ष में बैठी बीजेपी ने गंभीर बताया है। भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्णकांत पवार ने कहा कि जहां भी मतांतरण की सूचना प्राप्त होती है हम जाते है और जाएंगे. इसे रोकने का हम भरपूर प्रयास करेंगे। बीजेपी नेता ने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार खुलेआम धर्मान्तरण करवा रही है। भाजपा प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शासन काल में धर्मान्तरण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। समाज में द्वंद युद्ध की स्तिथि निर्मित हो रही है कही न कही शासन प्रशासन व कांग्रेस सरकार के संरक्षण में धर्मान्तरण का खेल चल रहा है। देवलाल ने आगे कहा कि आदिवासी परिवार ही नहीं बल्कि अब तो प्रदेश के अन्य समाज के लोगों के साथ भी यह देखा जा रहा है, लेकिन राज्य सरकार मौन हैं।

मौन धारण कर धर्मान्तरण व मतांतरण करने वालों को सहयोग व संरक्षण प्रदान कर रही है। जो छत्तीसगढ़ वासियों के लिए चिंता का विषय है। कही हमारी संस्कृति धर्मान्तरण व मतांतरण के चक्कर में छीन न जाए। पूर्व विधायक आरके राय ने धर्मान्तरण मामले में कहा कि जिले के वनांचल एवं ग्रामीण अंचलों में जगह जगह प्रार्थनाएं सभाएं आयोजित की जा रही है। बालोद शहर के शिव कॉलोनी, अटल आवास सहित कुछ वार्डो में भी शनिवार व रविवार की शाम प्रार्थना सभा लग रही है। जिसमें लोगों का धर्म परिवर्तन कर गुमराह करने का काम किया जा रहा है।

Related Articles

Back to top button