पढ़ाई से डिप्रेशन में आकर 14 साल के नाबालिग ने आग लगाकर कर ली खुदकुशी

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अक्सर हम पढ़ते है, सुनते हैं कि डिप्रेशन के चलते लोग आत्महत्या का रास्ता अपना लेते हैं ऐसे में एक दिल दहला देने वाली घटना तमिलनाडू के तिरूवरूर से आई है कि एक नाबालिग ने होमवर्क से डिप्रेशन में आकर आत्महत्या कर ली। मृतक बालक की पहचान 14 साल के संजय के रूप में हुई है। संजय पेरालम के प्राइवेट स्कूल का छात्र था।

होमवर्क से परेशान होकर नाबालिग ने की खुदखुशी  

होमवर्क से परेशान चल रहा 14 साल का नाबालिग संजय कई बार अपने माता-पिता से स्कूल बदलवाने की कोशिश कर रहा था लेकिन उसके माता-पिता इस बात से इनकार कर रहे थे। इसी बात को लेकर संजय और उसके माता-पिता के बीच काफी बहस हुई जानकारी ये भी मिली की उसके पिता ने उसको 22 अगस्त की रात बहुत डांटा था जिसके बाद वो छत पर अकेले चला गया और पेट्रोल छिड़क कर खुद को आग लगा ली।

इलाज के दौरान संजय ने तोड़ा अपना दम

22 अगस्त की रात जब संजय ने खुद को आग लगाई उसी दौरान वो चिल्लाने लगा उसकी चीख-चिल्लाहट सुनकर माता-पिता छत पर पहुंचे तो देखा कि उनका बेटा आग में झुलस रहा है तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई इसके बाद दोनों ने मिलकर पहले आग बुझाई इसके बाद तुरंत 108 नंबर पर कॉल करके एंबुलेंस को बुलाया और तिरूवरूर के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन बीच रास्ते में ही संजय की मौत हो चुकी थी। वहीं पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए इसकी जांच शुरू कर दी है पुलिस ने बताया कि डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है रिपोर्ट आने के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी।

इससे पहले भी चेन्नई में 12वीं क्लास की छात्राओं ने की थी आत्महत्या

डिप्रेशन के चलते आत्महत्या की घटना हम आए दिन सुनते रहते हैं। तमिलनाडू जैसी घटना चेन्नई से भी सामने आई थी। 12वीं क्लास की 2 छात्राओं ने पढ़ाई से तंग आकर आत्महत्या कर ली थी जिसमें की एक छात्रा ने मैथ और बायोलॉजी से तंग आकर सुसाइड एटेम्पट कर लिया था वहीं दूसरी छात्रा की रिपोर्ट आने के बाद ये बताया गया था कि क्रोनिक बीमारी यानी पेट में बहुत तीव्र दर्द होता था, जिससे वह परेशान रहती थी इसकी वजह से ही उसने आत्महत्या का कदम उठाया।