
Bihar Health Services Association: बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ ने बायोमेट्रिक के नाम पर सेवा चिकित्सकों को अपमानित करने का आरोप लगाया है। संघ का कहना है कि सरकार उन्हें अपमानित करती है। इससे सेवा चिकित्सकों में काफी आक्रोश है। संघ के प्रवक्ता डॉक्टर विनय कुमार ने बुधवार को एक बयान जारी करके कहा कि बायोमेट्रिक के नाम पर सेवा चिकित्सकों को अपमानित किया जा रहा है। सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए चिकित्सकों को बलि का बकरा बनाते रहती है और उसे अपमानित करती है।
‘कार्यों की समयावधि का निर्धारण नहीं’
उन्होंने कहा, बायोमेट्रिक के प्रयोग में भी भेदभाव किया जा रहा है। चिकित्सकों के विभिन्न कार्यों की समयावधि का निर्धारण नहीं किया जा सका है। साथ ही चिकित्सकों की कमी बनी हुई। उस पर कार्रवाई नहीं करते हुए बायोमेट्रिक के नाम पर विभाग की मंशा सिर्फ और सिर्फ सेवा चिकित्सकों को अपमानित करने की है।
‘अवकाश और कार्यावधि में भी भेदभाव’
डॉक्टर विनय ने कहा कि जहां अन्य विभागों में नियमित प्रोन्नति दी गई, वहीं स्वास्थ्य विभाग में प्रोन्नति के नाम पर सिर्फ छलावा किया गया और सामान्य प्रशासन के निर्देश को ठेंगा दिखा दिया गया। विशेषज्ञ उप संवर्ग के प्रोन्नति के 33% पदों को लेटरल एंट्री से भरे जाने का प्रावधान है, जिस पर आज तक एक भी प्रोन्नति नहीं दी गई। जहां अन्य क्षेत्रीय कार्यालय में 10.00 AM से 5 PM (7 घंटा) (10.30 AM से 5.00PM (नवंबर से फरवरी 6.30 घंटा ) ( 1.30 से 2.00 लंच) वहीं अस्पतालों में 9.00 AM से 5.00 PM (8 घंटा) अन्य को वर्ष में 30/32 राजपत्रित अवकाश दिया जाता है वहीं चिकित्सकों को सिर्फ 10 दिन ओपीडी अवकाश मिलता है।
‘निदेशालय पर नौकरशाहों का कब्जा’
उन्होंने कहा, चिकित्सकों की कमी रहते हुए भी चिकित्सक अस्पतालों को 24*7 चला रहे हैं और उनकी समस्याओं पर विचार नहीं किया जा रहा है। अभी तक बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ के विभिन्न मांगी पर कोई कार्रवाई न कर स्वास्थ्य सेवा में सुधार के नाम पर चिकित्सकों को अपमानित किया जाता रहा है। जिस पर विराम लगने की आवश्यकता है। जो काम निदेशालय को करना चाहिए, उस निदेशालय पर नौकरशाह कब्जा जमा कर मनमाना आदेश निर्गत कर रहे हैं। उनकी मंशा स्वास्थ्य सेवा में सुधार कम बल्कि चिकित्सकों को अपमानित करना ज्यादा प्रतीत होती है।
आंदोलन की चेतावनी
चेतावनी दी गई कि विभिन्न मांगों पर विचार नहीं किए जाने तथा बायोमेट्रिक के नाम पर छपरा, सोनपुर हाजीपुर एवम अन्य जिले में वेतन अवरुद्ध किए जाने से राज्य के सेवा चिकित्सकों में काफी आक्रोश है। छपरा जिले के चिकित्सकों द्वारा आंदोलन के निर्णय का बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ पुरजोर समर्थन करता है. जरूरत पड़ने पर विभिन्न मांगों के समर्थन में राज्यव्यापी आंदोलन से इंकार नहीं किया जा सकता है।
रिपोर्टः सुजीत श्रीवास्तव, ब्यूरोचीफ, बिहार
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