बड़ी ख़बरराजनीति

Kashmiri Pandits: राहुल गांधी ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा पर ध्यान दें

Kashmiri Pandits:कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एंव सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कश्मीरी पंडितों की दुर्दशा पर ध्यान देने का अनुरोध किया है। पत्र में लिखा- कि जो कश्मीरी पंडित सरकारी कर्मचारी कश्मीर घाटी में नियुक्त हैं वे जान के खतरे के चलते वहां जाकर कार्य नहीं करना चाहते हैं। ऐसे कर्मचारियों को सुरक्षा की गारंटी मिलनी चाहिए, लेकिन केंद्रशासित प्रदेश का प्रशासन उनको लेकर पूरी तरह से संवेदनहीन है।

राहुल गांधी ने पत्र में लिखा

दरअसल, राहुल गांधी ने जम्मू में रह रहे कश्मीरी पंडितों की दशा का भी उल्लेख किया है। राहुल गांधी ने अपने पत्र में हाल के महीनों में कश्मीरी पंडितों और अन्य की आतंकियों द्वारा ढूंढ़कर की गई हत्याओं का जिक्र किया है, इससे पूरी कश्मीर घाटी में भय और आतंक का वातावरण बन गया है, वही इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा की पीएम ने कश्मीरी पंडितों के लिए बहुत से घड़ियाली आंसू बहाए और कश्मीरी पंडितों के विशेष ख्याल रखने की बात भी कही गई थी, लेकिन आज कश्मीरी पंडित वहां ठगा महसूस कर रहे हैं। कश्मीरी पंडितों के विकास और उनके रहने की व्यवस्था मनमोहन सरकार ने की थी।

राहुल गांधी ने ट्वीट में कहा

राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री जी, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कश्मीरी पंडितों के प्रतिनिधिमंडल ने मुझसे मिलकर अपने दुखद हालात बताए। आतंकियों की टारगेटेड किलिंग के शिकार कश्मीरी पंडितों को बिना सुरक्षा गारंटी घाटी में जाने के लिए विवश करना निर्दयी कदम है। आशा है कि आप इस विषय पर उचित कदम उठाएंगे।

उन्होंने इस पत्र में कहा कि प्रधानमंत्री जी पूरे भारत को प्रेम और एकता के सूत्र में पिरोने के लिए जारी भारत जोड़ो यात्रा के जम्मू पड़ाव में कश्मीरी पंडितों का एक प्रतिनिधिमंडल अपनी समस्याओं को लेकर मुझसे मिला। उन्होंने बताया कि सरकार के अधिकारी उन्हें कश्मीर घाटी वापस काम पर जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। इन हालातों में सुरक्षा और सलामती की पक्की गारंटी के बिना उन्हें घाटी में काम पर जाने के लिए मजबूर करना एक निर्दयी कदम है।

ये भी पढ़ें-Bharat Jodo Yatra: भारत जोड़ो यात्रा का 130वां दिन, यात्रा में शामिल हुईं उर्मिला

Related Articles

Back to top button