
ओरेगन में हो रहे 18वें वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप (World Athletics Championships) के जैवलिन थ्रो के फाइनल इवेंट में नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने अपने चौथे प्रयास में 88.13 मीटर दूर भाला फेंक कर सिल्वर मेडल जीत लिया है। नीरज इस चैंपियनशिप में सिल्वर जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए हैं। 39 साल से चल रही वलर्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का गोल्ड जीतने का सपना तो नहीं पूरा हो पाया लेकिल सिल्वर मेडल हाथ जरूर लग गया है।
19 साल बाद देश को इस चैंपियनशिप में कोई मेडल मिला है। नीरज से पहले अंजू बॉबी जार्ज ने लॉन्ग जंप में 2003 में ब्रॉन्ज जीता था। जो पेरिस चैंपियनशिप में लंबी कूद में आया था।
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के फाइनल में नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) का मुकाबला ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स (Anderson Peters) से था। इसमें नीरज ने 88.13 मीटर दूर भाला फेंक कर सिल्वर मेडल पर निशाना साधा, जबकि पीटर्स ने अपने शुरुआती दो थ्रो लगातार 90 से ज्यादा तक किए। जबकि फाइनल में 90.54 के बेस्ट थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
लंदन में होने वाले 2017 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज क्वालीफाइ करने में नाकाम रहे थे जबकि 2019 में दोहा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में नीरज इंजरी के कारण भाग नहीं ले पाए थे। लेकिन इस बार उन्होंने सिल्वर मेडल जीतकर दिखा दिया कि नीरज चोपड़ा अगर किसी इवेंट में हैं तो वह मेडल जरूर लाएंगे।
वहीं नीरज ने पिछले साल ओलिंपिक में 120 सालों का सूखा खत्म किया था और भारत के लिए ट्रैक एंड फील्ड में गोल्ड मेडल लाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे। वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन पहली बार 1983 में किया गया था।