ट्रैफिक नियमों का पालन न करने से सड़क दुर्घटनाओं में बीस फीसदी की बढ़ोत्तरी: नितिन गडकरी
नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने शनिवार को नागपुर में ‘मेरी माटी, मेरा देश, अमृत कलश यात्रा’ के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ट्रैफिक नियमों (Traffic Rules) का पालन न करने से देश में सड़क दुर्घटनाओं (Road Accidents) में बीस फीसदी का इजाफा हुआ है। आगे उन्होंने कहा कि भाजपा (BJP) ने यह तय किया है कि हमारी सबसे पहले यदि कोई प्राथमिकता है तो वह देश है, देश के बाद पार्टी (Party) है और पार्टी के बाद मै हूं। उन्होंने कहा कि इसमें मैं सबसे आखरी है, जो मैं-मैं करेगा जनता उसको मैं कर देगी। नितिन गडकरी ने कहा कि इसलिए हमको देश के लिए कार्य करना है, गरीबों के लिए कार्य करना है, समाज के लिए कार्य करना है।
सड़क दुर्घटनाओं में टूटते हैं 3.5 लाख लोगों के हाथ-पैर
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वह सबसे अनुरोध करते हैं कि सड़क पर चलते समय कानून का पालन करें। सड़क पर चलने वाले लोग कानून का पालन नहीं करते जिसके कारण से सड़क दुर्घटनाओं में डेढ़ लाख लोगों की मृत्यु होती है। 18 से 34 साल की उम्र के लड़के-लड़कियां एक्सिडेंट में मर जाते हैं। जिस घर का जवान लड़का चला जाता है उस घर की हालत क्या होती है? 3.5 लाख लोगों के हाथ-पैर टूट जाते हैं। ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करने की वजह से एक्सीडेंट में 20 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। देश की GDP को 3 फीसदी नुकसान होता है। सनद रहे कि नितिन गडकरी लोगों से अक्सर ट्रैफिक नियमों के पालन की अपील करते रहते हैं ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
हाइवे को गड्ढामुक्त बनाने पर कार्य कर रही है सरकार
केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी ने अगस्त में देश का पहला कार दुर्घटना परीक्षण कार्यक्रम ‘भारत NCAP’ पेश किया था। जिसका मकसद 3.5 टन तक के मोटर वाहनों के सड़क सुरक्षा मानकों में सुधार करना है। नितिन गडकरी ने तब कहा था कि देश दो चुनौतियों सड़क दुर्घटना और वायु प्रदूषण का सामना कर रहा है। भारत में हर वर्ष करीब पांच लाख दुर्घटनाएं होती हैं और इनमें करीब 1.5 लाख लोगों की जान जाती है। केंद्रीय मंत्री ने हाल ही में यह भी कहा था कि सरकार इस साल के अंत तक राष्ट्रीय राजमार्गों को गड्ढा-मुक्त करने की नीति पर कार्य कर रही है।