राजनीतिराष्ट्रीय

द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में 121 विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग,17 सांसदों ने भी दिया वोट

द्रौपदी मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति होंगी। चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और मुर्मू को करीब 64 फीसदी वोट मिले हैं जबकि विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को सिर्फ 36 फीसदी वोट मिले। बताया जा रहा है कि मुर्मू के पक्ष में 14 राज्यों के 121 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है, जिसमें से मध्यप्रदेश में कांग्रेस के करीब 17 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है।

बीजेपी नेताओं के मुताबिक गुजरात के 10, असम के 22, उत्तर प्रदेश के 12, बिहार और छत्तीसगढ़ के 6-6 और गोवा के 4 विधायकों ने द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की। हालांकि, भाजपा नेताओं ने दावा किया था कि द्रौपदी मुर्मू निर्वाचक मंडल का लगभग 70 प्रतिशत वोट हासिल करेंगी। लेकिन राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु जैसे प्रमुख राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगी दलों की सत्ता जाने और मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में भाजपा की सीटों में गिरावट ने एनडीए उम्मीदवार के मतों में गिरावट में योगदान दिया।

द्रौपदी मुर्मू को मध्यप्रदेश में ज्यादा वोट मिलने के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा-राष्ट्रपति पद के लिए मध्यप्रदेश से श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को भारतीय जनता पार्टी के अतिरिक्त भी वोट मिले हैं। मैं भारतीय जनता पार्टी के अतिरिक्त अन्य दलों के उन सभी विधायक साथियों को जिन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति बनाने के लिए वोट किया है, उनको हृदय से धन्यवाद देता हूं।

एनडीए उम्मीदवार ने कुल 4701 वैध मतों में से 2824 मत हासिल किए, जबकि संयुक्त विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा के पक्ष में सिर्फ 1877 मत पड़े. मुर्मू ने कुल वैध मतों का 64.03 प्रतिशत हासिल किया। जो कि 2017 में निवर्तमान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से कम है। उन्हें कुल मतदान का 65.65 प्रतिशत हासिल हुआ था।

सबसे पहले विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा के नाम का ऐलान राष्ट्रपति प्रत्याशी के तौर पर किया गया था। बाद में भाजपा ने ट्रंप कार्ड के तौर पर द्रौपद्री मुर्मू का नाम घोषित किया। मुर्मू आदिवासी समाज से आती हैं।

यह भी पढ़ें: भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनी ‘द्रौपदी मुर्मू’, प्रचंड बहुमत से दर्ज की ‘रायसीना की रेस’

Related Articles

Back to top button