राष्ट्रीय

इंतज़ार हुआ खत्म, कल दोपहर 2:35 बजे लांच होगा चंद्रयान-3

आखिरकार चंद्रयान 3 के प्रक्षेपण की तारीख और समय की घोषणा हो ही गई है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने बताया कि 14 जुलाई को दोपहर 2:35 बजे श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया जाएगा। अपग्रेडेड बाहुबली रॉकेट लांच व्हीकल मार्क-3 (एमवी-3) से चंद्रयान-3 की लांचिंग होगी। एमवी-3 का लांचिंग सक्सेस रेट 100 फीसदी है। इसी के साथ भारत चंद्रमा की सतह पर अपना अंतरिक्ष यान उतारने वाला चौथा देश बन जाएगा। ‘मिशन मून’ चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग के लिए देश की क्षमताओं को प्रदर्शित करता है। गुरुवार दोपहर से इस मिशन के प्रक्षेपण की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी।

मिशन की सफलता के लिए इसरो के वैज्ञानिक तिरूपति वेंकटचलापति मंदिर पहुंचे। पूजा के लिए वैज्ञानिक चंद्रयान-3 का मिनिएचर मॉडल भी अपने साथ ले गए। 24-25 अगस्त को चंद्रयान-3 चांद पर उतरेगा। अगले 14 दिन रोवर लैंडर के चारों ओर 360 डिग्री में घूमेगा और कई परीक्षण करेगा। रोवर के चलने से पहिए के जो निशान चंद्रमा की सतह पर बनेंगे, उनकी तस्वीर भी लैंडर भेजेगा।

चंद्रयान 3 की खासियत

चंद्रयान-2 में लैंडर, रोवर और ऑर्बिटर था। जबकि चंद्रयान-3 में ऑर्बिटर के बजाय स्वदेशी प्रोपल्शन मॉड्यूल है। जरुरत पड़ने पर चंद्रयान-2 के ऑर्बिटर की मदद ली जाएगी। प्रोपल्शन मॉड्यूल चंद्रयान-3 के लैंडर-रोवर को चंद्रमा की सतह पर छोड़कर, चांद की कक्षा में 100 किलोमीटर ऊपर चक्कर लगाता रहेगा। के लिए है। ISRO वैज्ञानिक दुनिया को बताना चाहते हैं कि भारत दूसरे ग्रह पर सॉफ्ट लैंडिंग करा सकता है। वहां अपना रोवर चला सकता है। चांद की सतह, वायुमंडल और जमीन के भीतर होने वाली हलचलों का पता करना।

ये भी पढ़ें: एलन मस्क ने लॉन्च किया X. AI, बोले- 5 साल में ह्यूमन इंटेलिजेंस से आगे निकल जाएगा AI

Related Articles

Back to top button