
Badruddin Ajmal : असम के धुबरी से पूर्व सांसद और एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने बड़ा ही बेतुका बयान दिया है। बदरुद्दीन ने कहा है कि नई संसद वक्फ बोर्ड की जमीन पर बनी है। वक्फ प्रॉपर्टी की सूची सामने आई है। संसद भवन, इसके आसपास के इलाके, वसंत विहार से लेकर एयरपोर्ट तक वक्फ संपत्ति पर बने हैं। बीजेपी सही नहीं कर रही है, वक्फ बोर्ड मुद्दे पर ये बहुत जल्द अपना मंत्रिमंडल खो देंगे।
जानकारी के अनुसार, बदरुद्दीन अजमल ने वक्फ बिल के खिलाफ बोलते हुए कहा कि नई संसद ही वक्फ की जमीन पर है। उन्होंने दावा किया कि सरकार वक्फ बोर्ड की 9.7 लाख बीघा जमीन हड़पना चाहती है। उन्होंने वक्फ की जमीन मुस्लिम समाज को सौंपने की मांग की है। मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजमल ने कहा कि सरकार को वक्फ की सारी जमीन मुसलमानों को सौंप देनी चाहिए। अगर सरकार हमें जमीन दे देगी तो मुस्लिम समाज के लिए शिक्षा, हेल्थ और अनाथालय का इंतजाम हम खुद कर लेंगे। इसके लिए हमें सरकार का कोई अहसान नहीं चाहिए।
बदरुद्दीन ने कहा कि बीजेपी सरकार ने जैसे अनुच्धेद-370 को खत्म कर दिया, ट्रिपल तलाक को खत्म कर दिया, उसी तरह वक्फ को नुकसान पहुंचाना चाहती है। बीजेपी का लक्ष्य इस्लाम मानने वाले को तकलीफ पहुंचाना है। पीएम मोदी और अमित शाह का यही लक्ष्य है और वो ये कर रहे हैं।
कौन हैं बजरुद्दीन अजमल?
मौलाना बदरुद्दीन अजमल मुस्लिम धर्मगुरु और पूर्व सांसद हैं। वह ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF) पार्टी के संस्थापक और अध्यक्ष हैं, जिसे उन्होंने 2005 में असम के मुस्लिम समुदाय के हितों की रक्षा के लिए स्थापित किया था। अजमल 2019 में असम की धुबरी लोकसभा सीट से सत्रहवीं लोकसभा के सांसद के रूप में चुने गए थे। हालांकि 2024 के चुनाव में वो चुनाव हार गए। अजमल का राजनीतिक करियर विवादों से भरा रहा है। उन पर असम में बांग्लादेशी घुसपैठियों का समर्थन करने का आरोप भी लगाया जाता रहा है।
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