स्पीकर ने विधायकों को दिए निर्देश, फोन का इस्तेमाल नहीं करने के निर्देश, उल्लंघन पर कार्रवाई की दी चेतावनी

विधानसभा में कैमरों के सामने जनता के मुद्दे उठाने का दम भरते विधायक सदन के अंदर अलग परेशानियां दूर करने में व्यस्त हैं। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन ही ये साफ नजर आया जब सदन में चर्चा के दौरान कई विधायक फोन में व्यस्त रहे। स्पीकर ऋतु खंडूड़ी ने कई बार विधायकों से शांति बनाए रखने का अनुरोध किया लेकिन हालत ज्यों की त्यों ही रही। लिहाजा सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर ने सभी विधायकों को सदन में फोन का इस्तेमान नहीं करने के निर्देश दिए। स्पीकर ने निर्देश का उल्लंघन किए जाने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी।
दरअसल स्पीकर को ये निर्देश इसलिए भी देने पड़े क्योंकि सत्र के पहले दिन चर्चा 30 मिनट के लिए इसलिए स्थगित करनी पड़ी क्योंकि सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के ज्यादातर विधायक मौजूद ही नहीं थे। विपक्ष के विधायक नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के नेतृत्व में सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात करने गए थे। जहां विपक्षी विधायकों ने सीएम से विधायक निधि को 3.75 करोड़ रूपए से बढ़ाकर 5 करोड़ रूपए किए जाने की मांग की।
इसके साथ ही विधायकों ने विधायक निधि के कामों को जीएसटी से बाहर रखने की भी मांग की। अब विधायक निधि में सवा करोड़ की बढ़ोत्तरी के लिए सीएम पर दबाव बनाने में व्यस्त विधायकों के पास सत्र में जाने की फुर्सत कहां। और जब सत्र की कार्यवाही में विधायक शामिल भी हुए तो उनमें से ज्यादातर फोन में व्यस्त रहे जिसकी वजह से स्पीकर को कड़ा रुख अख्तियार करना पड़ा।