Advertisement

TENT CITY IN GAYA: 2500 पर्यटकों की क्षमता वाली टैंट सिटी तैयार

TENT CITY IN GAYA

TENT CITY IN GAYA

Share
Advertisement

TENT CITY IN GAYA: गया जी धाम में पर्यटकों को सुविधा देने के लिए टैंट सिटी बनकर तैयार हो चुकी है। इसमें 2500 लोग एक साथ रुक सकते हैं। पर्यटन विभाग ने पितृपक्ष मेला 2023 के अवसर पर श्रद्धालुओं को सुविधा दी है। इस क्रम में गया जी धाम और पटना के पुनपुन में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए विविध प्रकार की व्यवस्थाएं की हैं।

Advertisement

फल्गु महाआरती की भी व्यवस्था

गुरुवार को कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने गया जी धाम में टैंट सिटी की औपचारिक रूप से शुरुआत की। पितृपक्ष मेला, 2023 के अवसर पर श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सहायता एवं आवश्यक सुविधा जैसे ई-रिक्शा परिचालन, एयर बैलून तोरण द्वार का अधिष्ठापन, वृत चित्र, नो एंट्री वाले स्थान पर टेंट एवं फल्गु महाआरती आदि की व्यवस्था भी गई है। वहीं पर्यटक गाइडों की भी सुविधा भी मिलेगी।

पुनपुन में भी मिलेंगे प्रशिक्षित गाइड

पटना के पुनपुन नदी के घाट पर भी श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए अस्थायी पर्यटक शिविर निर्माण एवं विविध कार्य की व्यवस्था की गई है। पुनपुन में भी प्रशिक्षित पर्यटक गाईडों की प्रतिनियुक्ति की गई है। 

TENT CITY IN GAYA: श्रद्धालुओं को मिलेगी ई-पिंडदान की भी सुविधा

पर्यटन विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह ने बताया कि पितृपक्ष मेले में विदेशों से भी पर्यटक गया जी धाम और पुनपुन आते हैं। उन्हें मेले में पूरी सुविधा और व्यवस्था मिले इसके लिए पर्यटन विभाग ने आवासन के साथ गाइड आदि की भी व्यवस्था की है। पर्यटकों की सुविधा के लिए यात्रा पैकेज तथा ई-पिंडदान की शुरूआत की गई है। विस्तृत विवरण के लिए बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम की वेबसाइट पर जा सकते हैं।

TENT CITY IN GAYA: सूचना और जनसंपर्क विभाग कर रहा प्रचार-प्रसार

सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के माध्यम से यहां प्रदान की जाने वाली सुविधाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। आगत श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों की सुविधा हेतु पितृपक्ष मेला से संबंधित ब्रोशर का निर्माण कराया गया है। इसे श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के बीच निःशुल्क वितरित कराया जाएगा।

रिपोर्टः सुजीत कुमार, ब्यूरोचीफ, बिहार

ये भी पढ़ें:PITRU PAKSH 2023: आज से शुरू पितृ पक्ष, जाने तिथियां और नियम

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *