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मंदिर की रेलिंग तोड़ने को लेकर आतिशी ने LG को लिखी चिट्ठी, कहा- धार्मिक स्थलों को तोड़ने का निर्णय वापस लें…

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दिल्ली के मंडावली में मंदिर को तोड़ने का विवाद बढ़ता ही जा रहा है। केजरीवाल सरकार में मंत्री आतिशी ने मंदिर तोड़ने को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने एलजी से आग्रह करते हुए कहा कि आप 11 मंदिर और अन्य धार्मिक स्थलों को तोड़ने का निर्णय वापस लें ताकि दिल्ली के लोगों के धार्मिक आस्था आहत न हो।

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सिसोदिया ने प्रस्ताव का किया विरोध- आतिशी

आतिशी ने अपनी चिट्ठी में लिखा कि आतिशी ने एलजी को लिखे पत्र में कहा कि आपके द्वारा दिल्ली में 14 धार्मिक स्थलों को तोड़ने का आदेश दिया गया है। इनमें 11 मंदिर और 3 मजार शामिल हैं। उन्होंने लिखा, “जब इन धार्मिक स्थलों को तोड़े जाने का प्रस्ताव फ़रवरी 2023 में रिलीजियस कमिटी’ के माध्यम से तत्कालीन गृह मंत्री मनीष सिसोदिया जी के पास आया तो उन्होंने अपना विरोध दर्ज करते हुए कहा कि मंदिर तोड़ने के बजाय, हमें अपने प्रोजैक्ट्स का नक्शा बदल लेना चाहिए।”

दिल्ली की मंत्री ने आगे लिखा कि जब ये फाइल मनीष सिसोदिया जी से आपके पास गई, तो आपने उनके प्रस्ताव को ख़ारिज कर इन मंदिरों और अन्य धार्मिक स्थलों को तोड़ने का आदेश दिया। अफसरों ने ऐसा भी बताया है कि आपने फाइल में लिखा कि मंदिरों को तोड़ना ‘लॉ एंड आर्डर’ का मामला है, इसलिए इसमें निर्णय लेने की पूरी शक्ति आपके पास है। साथ ही आगे से मंदिर को तोड़ने की कोई भी फाइल चुनी हुई सरकार को न भेजकर फाइल को चीफ सेक्रेटरी के माध्यम से सीधे आपके पास भेजा जाये।

मंदिर को तोड़ने का निर्णय वापस लें- आतिशी

एलजी को लिखे पत्र में आतिशी ने आगे कहा कि कल शाम को पीडब्ल्यूडी विभाग ने मुझे सूचित किया कि आपके आदेश के अनुसार वो दिल्ली में अनेकों मंदिरों को तोड़ने वाले है। आज सुबह मंडावली में शिव मंदिर को भी तोड़ा गया। मंदिरों एवं अन्य धार्मिक स्थलों के साथ जनता की आस्था जुड़ी होती है। इसलिए मेरा आपसे आग्रह है कि आप 11 मंदिर और अन्य धार्मिक स्थलों को तोड़ने का अपना निर्णय वापस लें ताकि दिल्ली के लोगों की धार्मिक आस्था आहत न हो।

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