Air Pollution: बैठक से गायब रहे पर्यावरण सचिव, मुख्य सचिव से मंत्री की अपील
Air Pollution: राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता में कमी आने से लगातार हालात खराब होते जा रहे हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने सोमवार, 23 अक्टूबर को संबंधित विभागों के पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की। मंत्री ने बताया कि दिल्ली में ठंड बढ़ने और वायु की गति धीमी पड़ने से एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के पार पंहुच गया है। बता दें कि शनिवार से दिल्ली में ग्रैप-2 लागू कर दी गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की ओर से इसे लागू करने का निर्देश दिया गया था। मंत्री ने ग्रैप-2 लागू करने के लिए सोमवार को 28 संबंधित विभागों के साथ बैठक की और सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं।
Air Pollution: कई हॉट-स्पॉट किए गए चिन्हित
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि राजधानी में पहले से प्रदूषण के 13 हॉट-स्पॉट चिन्हित हैं। इसके अलावा 8 नए जगह चिन्हित किए गए हैं जहां सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के पार पाया गया है, आईटीओ, शादीपुर और पटपड़गंज जैसे नए स्थानों को चिन्हित किया गया है। इन जगहों पर भी विशेष टीम लगाई जाएगी। ये टीमें दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमेटी के साथ प्रदूषण के स्थानीय वजहों की तलाश करेगी। दिल्ली के सभी डीसी को निर्देश दिया गया है कि 25 अक्टूबर को सभी पदाधिकारी मौके का मुआयना करेंगे और प्रदूषण से जुड़ी गतिविधियों पर निगरानी रखेंगे।
एंटी डस्ट कैंपेन को किया जाएगा मजबूत
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने बताया कि अभी तक राजधानी दिल्ली में जो पानी का छिड़काव हो रहा था, अब उसमें डस्ट सेप्रेसेंट चूर्ण मिलाकर छिड़काव किया जाएगा। और साथ ही साथ एंटी डस्ट कैम्पेन को मजबूत किया जाएगा। इसके लिए विभिन्न गतिविधियों पर विशेष निगरानी होगी और गाइडलाइन के उल्लंघन पर एक्शन लिया जाएगा।
बैठक में शामिल नहीं हुए विभागीय सचिव
मंत्री गोपाल राय ने कहा कि हमने बैठक में सभी विभागों के सचिवों को बुलाया था। लेकिन एक भी विभाग के सचिव शामिल नहीं हुए। उन्हें आरोप लगाया कि अधिकारियों के लिए प्रदूषण प्राथमिक मुद्दा नहीं बना है। और जो अधिकारी मीटिंग में आए उन्हें नवीनतम जानकारी नहीं थी। मंत्री ने राज्य के मुख्य सचिव से अपील है कि बैठक में अधिकारियों की भागीदारी सुनिश्चित करें।
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