दिल्ली की गोल मार्केट को मिलने वाला है नया रुप, 22 करोड़ रुपये का आएगा खर्च
दिल्ली की प्रसिद्ध गोल मार्केट (Goal Market) को म्यूजियम में बदलने के लिए उसका पुनर्निर्माण शुरू हो गया हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) और भारत सरकार की विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी (Meenakshi Lekhi) ने इस कार्य का शुभारंभ किया।
गोल मार्केट की पुनर्विकास परियोजना 22 करोड़ रुपये का होगा। इस परियोजना में ऐतिहासिक मार्केट को संग्रहालय बनाने के लिए मुख्य गोल मार्केट बिल्डिंग का संरक्षण, जीर्णोद्धार और सर्विस ब्लॉक के साथ सब-वे का निर्माण भी शामिल है।
ऐतिहासिक संरचना की मौलिकता के साथ नहीं होगी छेड़कानी
उपराज्यपाल ने इस परियोजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि इमारत की मरम्मत करते समय ऐतिहासिक भवन की मौलिकता को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा। यह देश में पहला संग्रहालय होगा जो देश की उपलब्धियों को विभिन्न क्षेत्रों में हासिल करने वाली महिलाओं को समर्पित होगा। यह संग्रहालय कला, साहित्य, संस्कृति, सामाजिक क्षेत्र, चिकित्सा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत की महिलाओं के योगदान को प्रदर्शित करेगा और विशेष रूप से स्वतंत्रता की लड़ाई में उनकी भूमिका को नवीनतम प्रौद्योगिकी से।
गोल मार्केट की मुख्य इमारत, जो एक विरासती इमारत है, पिछले दस वर्ष से अधिक समय से बंद पड़ी है। अपना कार्यभार संभालने के बाद, उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस ऐतिहासिक गोल मार्केट का दौरा किया और इसकी मरम्मत का आश्वासन दिया। जो अब वास्तविकता में बनने जा रहा है, यहां महिलाओं को समर्पित संग्रहालय बनाने का काम शुरू हो गया है, जो विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम किया है और स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
क्या होगी संग्रहालय की विशेषताएं
गोल मार्केट संग्रहालय पूरी तरह से वातानुकूलित होगा और विश्वस्तरीय फूड कोर्ट और सब-वे से लैस होगा। मुख्य गोल मार्केट से आरके आश्रम मार्ग के बीच एक सब-वे भी बनाया जाएगा, जो पैदल चलने वालों को सुरक्षित रखेगा और सड़क यातायात को कम करेगा। यहां पार्किंग भी बनाई जाएगी। साथ ही, म्यूजियम के मुख्य भवन में फॉल्स सीलिंग, पहली मंजिल पर इंसुलेटेड छत, लिफ्ट, पूरी तरह से वातानुकूलित सेवा टनल और अन्य सुविधाओं का निर्माण होगा।