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महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द, सीएम शिंदे और भाजपा के बीच विभाग बंटवारे पर सहमति बनी

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महाराष्ट्र में सत्ता पलटे हुए तकरीबन एक महीने हो गए है। लेकिन अभी तक वहां पर नई सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पाया है। हालांकि मंत्रिमंडल विस्तार को कई बार अहम बैठक भी हो चुका है। लेकिन अबतक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। इसी के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों ने ही इस सिलसिले में दिल्ली का भी रुख कर चुके है। कुछ समय पहले ही एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस दोनों ही प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष से मुलाकात भी किया था।

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हालांकि सूत्रों के अनुसार अब खबर ये सामने आ रही है कि जल्द ही महाराष्ट्र में एक महीने पुरानी दो सदस्यों वाली मंत्रिपरिषद का विस्तार जल्द किया जा सकता है। इसके अलावा बीजेपी आला सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल के गठन की क़वायद पूरी हो चुकी है और विभागों के बंटवारे को लेकर शिंदे गुट के साथ पूरी तरह सहमति बन गई है।

महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाएं तेज

सीएम शिंदे व डिप्टी सीएम फडणवीस महाराष्ट्र की सत्ता संभालने के बाद कई बार दिल्ली जा चुके हैं, लेकिन मंत्रिमंडल के विस्तार को हरी झंडी नहीं मिल रही है। हर दिल्ली दौरे के वक्त कहा जाता है कि शिंदे और फडणवीस जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे, लेकिन असल में ऐसा हो नहीं पा रहा है। लेकिन ऐसे में अब सूत्रों ने बताया कि मंत्री पद और विभागों के बंटवारे को लेकर दोनों दलों के बीच फ़ार्मूला तय हो चुका है। उनके मुताबिक, दोनों दलों के अंदर मंत्रियों के नामों को लेकर अंदरुनी दिक़्क़त और खींचतान भी नहीं है।

जिलों को प्रभारी मंत्री की जरुरत

महाराष्ट्र में मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होने के कारण जिलों में प्रभारी मंत्री नहीं हैं। इससे विकास व अन्य कामकाज पर असर पड़ रहा है। वहीं महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र भी होना है, उसे लेकर भी अभी कोई तैयारी नहीं है। हालांकि शिंदे गुट शिवसेना पर कब्जे की तैयारी में है। मामला अभी चुनाव आयोग में विचाराधीन है, जिसने उद्धव ठाकरे व शिंदे गुटों को दस्तावेजी सबूत पेश करने को कहा है, ताकि यह साबित हो सके कि शिवसेना पर किसका हक है।

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