स्वतंत्र देव सिंह के बाद कौन संभालेगा यूपी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी, जानिए क्या होंगे जातिगत समीकरण
यूपी की सियासत में एक बार फिर से सियासी पारा सांतवे आसमान पर पहुंच गया है। बुधवार को जैसे ही यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का तीन साल का कार्यकाल पूरा हुआ और इसके साथ ही उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे डाला। हालांकि इसके तुरंत बाद ही पार्टी में सियासी मंथन अपने शीर्ष पर पहुंच गया है। इसी के साथ पार्टी में बैठकों का दौर चालू हो गया है। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव को लेकर भी बीजेपी अपने सियासी समीकरण को सही तरीके से राजनीतिक लाभ में बदलने की कोशिश में जुटी हुई है। तो आइए नजर डालते है कौन हो सकता है अगला यूपी भाजपा अध्यक्ष?
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क्या ओबीसी उम्मीदवार चेहरे को मौका दे सकती है भाजपा?
अगर जातिगत समीकरण को देखते हुए बात की जाए तो ,स्वतंत्र देव सिंह कुर्मी जाति से आते हैं। इसलिए माना जा रहा है कि पार्टी किसी दलित या ओबीसी से ही किसी को अगला प्रदेश अध्यक्ष चुनेगी ताकि प्रदेश में मंत्रियों समेत अध्यक्ष के बीच जातिगत राजनीति का बैलेंस बना रहे। दूसरी तरफ पार्टी लोकसभा चुनाव को भी ध्यान में रखकर आगे बढ़ रही है। पिछले लोकसभा चुनाव हों या फिर हाल ही में खत्म हुए विधानसभा चुनाव, ओबीसी ने बीजेपी का समर्थन किया था। ऐसे में पार्टी ये भी देखते हुए चलेगी कि ओबीसी वोट बीजेपी के साथ बने रहें। जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश की कुल आबादी में ओबीसी की 40 फीसदी हिस्सेदारी है।
ब्राह्मण समाज की बीजेपी के अध्यक्ष के रुप में है प्रबल दावेदारी
वैसे कुछ राजनीतिक जानकार तो ये भी कहते हैं कि प्रदेश की राजनीति में इस बार विधानसभा चुनाव के बाद कई ऊंचे राजनीतिक ओहदों पर ब्राह्मण सामाज के नेताओं को मौका मिला है। जिसके चलते ब्राह्मण उम्मीदवार का पलड़ा हल्का दिख रहा है। लेकिन कुछ जानकार इसके विपरीत भी बतातें हैं, उनके मुताबिक ब्राह्मण समुदाय के नाम की चर्चा के पीछे एक बड़ी वजह यह भी है कि बीजेपी पिछले दो दशक से लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी की कमान यूपी में ब्राह्मण समुदाय के हाथ में देती रही है, तो विधानसभा चुनाव के दौरान ओबीसी समुदाय के अध्यक्ष बनाकर उतरती है। 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान केशरीनाथ त्रिपाठी, 2009 चुनाव में रमापति राम त्रिपाठी, 2014 में लक्ष्मीकांत वाजपेयी और 2019 में महेंद्र नाथ पांडेय प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं।
कौन हो सकता है बीजेपी अध्यक्ष का नया चेहरा
पूर्व डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, कैबिनेट मंत्री भूपेंद्र चौधरी, सांसद सुब्रत पाठक, रामशंकर कठेरिया, दिनेश उपाध्याय, ब्रज बहादुर, विनोद सोनकर सहित अन्य नाम भी इस दौड़ में शामिल हैं।
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रिपोर्ट: निशांत