Advertisement

मंत्रिमंडल विस्तार और निगमों-बोर्डों में नवरात्र में हो सकती है ताजपोशी, जानें कौन हैं कतार में

Share
Advertisement

इस संबंध में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को कांग्रेस हाईकमान से हरी झंडी मिल गई है। हाल ही में शिमला के साथ लगते छराबड़ा में सुक्खू की पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से इस मुद्दे पर चर्चा की गई।

Advertisement

हिमाचल प्रदेश में मंत्रिमंडल का गठन और निगमों-बोर्डों की ताजपोशी नवरात्र के दौरान होने की संभावना है। सरकारी और संगठन स्तर पर नियुक्तियों को लेकर अफवाहें आम हैं। सरकारी कैबिनेट में तीन मंत्री पद खाली हैं। निगमों और बोर्डों में अलग-अलग एक दर्जन से अधिक अध्यक्षों और उपाध्यक्षों की नियुक्ति की जानी है। कांगड़ा, हमीरपुर, बिलासपुर और मंडी जिलों के नेता को इन नियुक्तियों का इंतजार है। 15 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू हो रही है।

हाल ही में, मानसून के मौसम के दौरान राज्य में आई प्राकृतिक आपदाओं के कारण वह अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करने में असमर्थ रहे। फिलहाल स्थिति सामान्य होने पर नए मंत्रियों की नियुक्ति की कवायद चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, नवरात्र के दौरान सरकार कैबिनेट का विस्तार कर सकती है। इस संबंध में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को कांग्रेस हाईकमान से हरी झंडी मिल गई है। हाल ही में शिमला के साथ लगते छराबड़ा में सुक्खू की पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से इस मुद्दे पर चर्चा की गई।

ये नेता कतार में हैं

कांगड़ा जिले से सुधीर शर्मा, यादवेंद्र गोमा, हमीरपुर से राजेंद्र राणा और बिलासपुर से राजेश धर्माणी वर्तमान में मंत्री पद की दौड़ में हैं। पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा और कार्यकारी कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र राणा ने मंत्री नहीं बनाए जाने पर अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए बार-बार सोशल मीडिया का सहारा लिया है। राजेश धर्माणी बिलासपुर जिले की उपेक्षा से भी नाराज हैं। अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में प्रदेश में वरिष्ठ कांग्रेस विधायकों के बीच असंतोष के मुद्दे को तुरंत हल करना जरूरी हो गया था। दूसरी ओर, मंडी, चंबा, कांगड़ा, ऊना, कुल्लू, सोलन और सिरमौर जिलों के नेता निगमों-बोर्डों की ताजपोशी की कतार में हैं।

कैबिनेट विस्तार की सुगबुगाहट के बीच सुंदर ने कहा कि गाड़ी का सिस्टम खराब था, इसलिए लौटाई

मुख्य संसदीय ठाकुर सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि गाड़ी सिस्टम में गड़बड़ी के कारण उन्होंने कार लौटा दी। क्या नई गाड़ी लेने के लिए भी सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग से बात की है। इस मौके पर सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि अभी देखेंगे। गौरतलब है कि कुल्लू के विधायक और मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने हाल ही में एक फॉर्च्यूनर कार सरकार को लौटा दी है। इसी वजह से राजनीतिक गलियारों में इस बात पर बहस चल रही है कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। गुरुवार को जब उनसे बात की तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया कि सिस्टम में गड़बड़ी है।

सुंदर सिंह ठाकुर मुख्य संसदीय सचिव बनाए जाने से पहले मंत्री पद के दावेदार थे। उनके समर्थकों को अभी भी उनके लिए कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद है। वर्तमान में, मंडी संसदीय क्षेत्र से केवल एक ही मंत्री हैं, जिनका नाम जगत सिंह नेगी है। यह किन्नौर जनजातीय क्षेत्र का भी हिस्सा है। यदि कांग्रेस इस निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मंडी जिले में सीटें जीतने में विफल रहती है, तो यहां से कोई भी मंत्री नहीं बनेगा और वह कुल्लू में दो सीटें जीतेगी। ऐसे में यहीं से मंत्रिमंडल में जगह पाने की एक उम्मीद आज भी बनी हुई है।

यह भी पढ़ें – आईएस के पुणे मॉड्यूल से तीन महिलाएं गिरफ्तार, आतंकी संगठन की विचारधारा से प्रभावित

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *