IPL फाइनल में साईं सुदर्शन की धमाकेदार बल्लेबाजी, जीता करोड़ों फैंस का दिल

IPL फाइनल में शुभमन गिल के शतक का अंदेशा था। उन उम्मीदों को साईं सुदर्शन ने अपने बल्ले से साकार कर दिया। 47 गेंद पर 8 चौकों और 6 छक्कों की मदद से 96 रनों का वार कर दिया। 204.26 की स्ट्राइक रेट से CSK के गेंदबाजों पर प्रहार कर दिया।
जिस खिलाड़ी को गुजरात टाइटंस ने इस सीजन केवल 7 मैच खेलने का अवसर दिया, उसी 21 वर्षीय साईं सुदर्शन ने अकेले फाइनल में गुजरात की नैया पार किया।
साईं सुदर्शन क्वालीफायर 2 में मुंबई के खिलाफ 31 गेंद पर 5 चौकों और 1 छक्के की मदद से 43 रन बनाकर खेल रहे थे। उस वक्त उन्हें भीमा खेलने के लिए रिटायर्ड आउट कर वापस बुला लिया गया था।
फाइनल मैच में अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी
सुदर्शन को पारी के अंत तक बल्लेबाजी करने का अवसर नहीं दिया गया था। साईं सुदर्शन ने टीम मैनेजमेंट के उस रवैये का करारा जवाब दिया। फाइनल मैच में अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी के बूते दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों को लाजवाब किया।
शुभमन गिल के 39 रन बनाकर लौटने के बाद साईं सुदर्शन ने बल्ले के जोर पर गिल की कमी भुला दी। उन्होंने ऋद्धिमान साहा के साथ 64 और हार्दिक पंड्या के साथ 81 रनों की साझेदारी निभा दी।
भविष्य में इंडियन टॉप ऑर्डर बल्लेबाज
साईं सुदर्शन के प्रदर्शन के बूते गुजरात ने निर्धारित 20 ओवर में 4 विकेट खोकर 214 रन बना दिया। पावर हिटिंग की बजाय प्योर टाइमिंग के सहारे क्रिकेटिंग शॉट्स खेलकर साईं सुदर्शन ने खुद को भविष्य में इंडियन टॉप ऑर्डर बल्लेबाज के तौर पर पेश किया।
रवींद्र जडेजा के अंतिम 2 गेंदों पर बनाए 10 रनों की बदौलत चेन्नई सुपर किंग्स 5 विकेट से मुकाबला जरूर जीत गई, पर साईं सुदर्शन ने अपने खेल से नाम बना लिया। इंडियन क्रिकेट फैंस की नजरों में बड़ा मुकाम बना लिया।
21 साल के लड़के के लिए अभी तो यह सिर्फ शुरुआत है। आने वाले वक्त में सुदर्शन अपने प्रदर्शन से जरूर साबित करके दिखाएंगे कि उनमें कितनी खास बात है। भविष्य में भी अपने बल्ले से यूं ही तूफान उठाएगा साईं सुदर्शन भारतीय टीम में जरूर जगह बनाएगा