
Punjab News : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा चलाए जा रहे ‘युद्ध नशियों विरुद्ध’ अभियान की पहले तीन महीनों में शानदार सफलता के बाद, पंजाब पुलिस ने राज्य से ड्रग्स को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए एक रोडमैप तैयार किया है, जिसकी घोषणा बुधवार को पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने की.
उन्होंने बताया कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए दो-तरफा रणनीति अपनाई जा रही है, जिसमें नशीली पदार्थों के आपूर्ति नेटवर्क को और अधिक तोड़ने के लिए बड़े ड्रग सप्लायर्स और पैडलर्स को ड्रग यूजर्स से अलग किया जा रहा है, जबकि तस्करों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है और यूजर्स को नशामुक्ति इलाज के लिए प्रेरित किया जा रहा है. डीजीपी गौरव यादव ने कहा, “हमारा उद्देश्य आपूर्ति श्रृंखला को नष्ट करना है, असली ड्रग डीलरों को अलग करके और उन्हें सजा देकर, जबकि नशेड़ी यूजर्स को सुधार के रास्ते पर लाने के लिए सहानुभूतिपूर्वक रास्ता प्रदान करना है.
कानून-व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा पर चर्चा की गई
डीजीपी गौरव यादव एक राज्यस्तरीय बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे, जिसमें जिला स्तर पर ‘युद्ध नशियों विरुद्ध’ अभियान की प्रगति, राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति और आंतरिक सुरक्षा पर चर्चा की गई. इस बैठक में विशेष डीजीपी आंतरिक सुरक्षा RN धोके, विशेष डीजीपी एंटी-नारकोटिक्स फोर्स (ANTF) कुलदीप सिंह, विशेष डीजीपी कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला, ADGP ANTF निलाभ किशोर और IGP हेडक्वार्टर डॉ. सुखचैन सिंह गिल सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे.
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पंजाब पुलिस अब सूची आधारित प्रवर्तन से हटकर जानकारी आधारित प्रवर्तन पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसमें ‘सेफ पंजाब चैटबोट’ से प्राप्त टिप्स पर तेजी से कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ड्रग्स से संबंधित जानकारी को गुप्त रूप से Safe Punjab Chatbot पर रिपोर्ट करें: 9779100200.
क्लीनिकों में सेवाएं लेने के लिए प्रेरित किया
उन्होंने अपनी रणनीति के मानवीय पहलू को भी उजागर किया, यह बताते हुए कि 1,121 ड्रग यूजर्स को छोटे-मोटे नशे की मात्रा के साथ पकड़ने पर उन्हें अपराधी मानने के बजाय नशामुक्ति इलाज के लिए भेजा गया है. इसके अलावा, पुलिस ने 5,786 नशेड़ी को नशामुक्ति केंद्रों में इलाज दिलवाया और 6,483 अन्य को OOAT क्लीनिकों में सेवाएं लेने के लिए प्रेरित किया.
10.83 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की
‘युद्ध नशियों विरुद्ध’ अभियान के परिणाम साझा करते हुए डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस ने 1 मार्च 2025 से अब तक 9,087 FIR दर्ज की हैं और 15,495 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनसे 607 किलोग्राम हेरोइन, 249 किलोग्राम अफीम, 14 टन पोपी हस्क, 9 किलोग्राम चरस, 263 किलोग्राम गांजा, 2.5 किलोग्राम ICE, 1.6 किलोग्राम कोकीन, 26.35 लाख नशीली गोलियां/टैबलेट और 10.83 करोड़ रुपये की ड्रग मनी बरामद की है. इसके अतिरिक्त, 144 ड्रग तस्करों की अवैध संपत्तियां, जिनकी कुल कीमत 74.27 करोड़ रुपये है, को फ्रीज किया गया है.
GPS एंक्लेट्स का उपयोग करने की योजना पर विचार
उन्होंने यह भी बताया कि पंजाब पुलिस अब जमानत पर रिहा बड़े ड्रग तस्करों की गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए GPS एंक्लेट्स का उपयोग करने की योजना पर विचार कर रही है. डीजीपी ने कहा, “हम इस प्रस्ताव की कानूनी दृष्टिकोण से जांच कर रहे हैं, ताकि सक्षम कोर्ट की अनुमति से जमानत पर रिहा बड़े तस्करों की गतिविधियों को GPS एंक्लेट्स के माध्यम से ट्रैक किया जा सके.”
भविष्य के लिंक की ट्रेसिंग की जा सकेगी
डीजीपी गौरव यादव ने यह भी बताया कि पंजाब पुलिस एक AI-आधारित हाइरार्किकल डाटाबेस विकसित कर रही है, जिसमें NDPS एक्ट के तहत गिरफ्तार व्यक्तियों के पिछले और भविष्य के लिंक की ट्रेसिंग की जा सकेगी.
इस बैठक में ADGP ANTF निलाभ किशोर ने एक व्यापक प्रस्तुति दी, जिसके बाद जिला स्तर पर संबंधित CPs/SSPs द्वारा अपडेट्स दिए गए.
यह भी पढ़ें : आपदा में अवसर! कराची में भूकंप के बाद मलीर जेल की दीवारों में आई दरार, कैदी हुए फरार
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप