
नई दिल्ली: भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने कर्नाटक के वन मंत्री उमेश वी कट्टी को पत्र लिखकर उनसे ‘राजीव गांधी नागरहोल नेशनल पार्क’ का नाम बदलकर ‘एफएम केएम करियप्पा नागरहोल नेशनल पार्क एंड टाइगर रिजर्व’ करने का अनुरोध किया है। प्रताप सिम्हा ने केएम करियप्पा को आर्मी में उनके उत्कृष्ट सेवा के लिए नाम बदले जाने की मांग की है।
भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने कहा, ‘जब आप किसी शहर/ स्थान/ सड़क का नाम लेते हैं, तो कुछ महत्व होना चाहिए। स्थानीय लोगों को इससे जुड़ना चाहिए। राजीव गांधी का नागरहोल नेशनल पार्क से क्या लेना-देना है? मैंने फील्ड मार्शल करियप्पा का नाम सुझाया है। वह सबसे प्रसिद्ध सेना कार्यालय थे’।


आगे वे कहते हैं, ‘फील्ड मार्शल करियप्पा पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ (भारतीय सेना के) थे। वह कोडागु के गौरवशाली पुत्र थे, अपनी सेवानिवृत्ति के बाद वे कोडागु वापस आ गए और वहीं उनकी मृत्यु हो गई। उन्हें कोडागु से इतना प्यार था। गांधी-नेहरू परिवार के नाम पर सब कुछ रखने की क्या जरूरत है’
कौन थे केएम करियप्पा
केएम करिअप्पा ने वर्ष 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में पश्चिमी सीमा पर सेना का नेतृत्व किया था। भारत-पाक वर्ष 1953 में करिअप्पा सेना से रिटायर हो गए थे। आजादी के वक्त उन्हें दोनों देशों की सेनाओं के बंटवारे की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। करिअप्पा पहले ब्रिटिश आर्मी में थे। बता दें भारतीय सेना में सर्वाच्च पद फिल्ड मार्शल की होती है। ये पद अब तक सिर्फ दो लोगों को दी गईं है। एक केएम करियप्पा और दूसरे शैम मानेकशॉ।