
बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने अमेरिकी दौरे पर थे, जहां दोनों के बीच तालमेल स्थापित करने के लिए कई मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा हुई। वहीं पीएम मोदी ने भारत से अमेरिका लाई गई मूर्तियों का मुद्दा भी उठाया। अमेरिकी दौरे से पीएम मोदी की कवायद रंग लाई है क्योंकि अमेरिका ने 105 प्राचीन कलाकृतियां भारत को वापस की हैं। इसकी जानकारी भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने दी।
बता दें कि अमेरिका ने भारत की प्राचीन और ऐतिहासिक 105 मूर्तियों को वापस भारत को सौंप दी है। ये मूर्तियां दूसरी से तीसरी सदी से लेकर 18वीं से 19वीं सदी के बीच की हैं। अमेरिकी राजदूत ने कहा कि उन्होंने कहा कि ये कला संग्रह भारत की अमानत है और इसे भारत में ही होना चाहिए।
एरिक गार्सेटी ने कहा कि लोग भूल जाते हैं कि बुद्ध का जन्म भारत में हुआ और यह पूरी दुनिया को भारत का तोहफा है। भारत से ही बौद्ध धर्म एशिया, दक्षिण एशिया में फैला। लोग इतिहास में भारत के योगदान के बारे में नहीं जानते और हमें भारत के योगदान के प्रति आभारी होना चाहिए।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अमेरिका के दौरे पर गए थे तो भारत और अमेरिका के बीच कल्चरल प्रॉपर्टी एग्रीमेंट पर बातचीत हुई थी। जिससे ऐतिहासिक कलाकृतियों की अवैध कालाबाजारी पर रोक लगेगी। साथ ही दोनों देश इसे लेकर बातचीत कर रहे हैं और ऐसे प्रावधान किए जा रहे हैं कि भविष्य में भी अवैध रूप से अमेरिका पहुंची भारत की ऐतिहासिक कलाकृतियों को वापस लौटाया जाता रहेगा।