
इस्लामाबाद/ नई दिल्ली: पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री मोदी के 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका दिवस’ घोषित करने पर आलोचना की है। पाक सरकार भारत के PM के इस बयान के बाद भड़क गया है।
- पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा, “भारतीय प्रधानमंत्री ने साल 1947 की घटनाओं का जिक्र करते हुए जो कुछ ट्वीट किया है, उससे यह साबित होता है कि कोई भी आधुनिक देश खुद से इस तरह विरोधाभास ज़ाहिर नहीं करता जैसा कि तथाकथित ‘दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र’ ने किया है।
- पाक विदेश मंत्रालय ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “यह बेहद ही शर्मनाक है कि ‘हिंदुत्व’ विचारधारा को मानने वाले, नफ़रत और हिंसा को बढ़ावा देने वाले अब पाखंडपूर्ण तरीके से 1947 में स्वाधीनता के दौरान हुए भारी विस्थापन और त्रासदीपूर्ण घटनाओं को एकतरफ़ा तरीके से उठाया है।”
- पड़ोसी मुल्क ने अपने पक्ष में कहा, “इतिहास को ग़लत तरीके से पेश कर, सांप्रदायिकता को भड़काना आरएसएस-बीजेपी शासन की दक्षता है। जख़्मों पर मरहम लगाने की बजाय चुनावी फ़ायदे के लिए वो किसी भी हद तक जा सकते हैं। हमें भरोसा है कि भारत में लोगों की सद्भावना इस राजनीतिक स्टंट को ख़ारिज कर देगी।”
PM ने की ‘विभाजन विभीषिका दिवस’ की घोषणा
प्रधानमंत्री ने शनिवार को ट्वीट कर विभाजन के समय लोगों की शहादत को याद करते हुए कहा था कि आज के दिन देश के दो हिस्से में बंटने के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। साथ ही उन्होंने लाखों लोगों के दोनों मुल्कों से विस्थापित होने की बात का भी जिक्र किया था।
PM ने कहा था, देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी। उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।