
Lok Sabha : संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है, वहीं संविधान पर चर्चा हुई। इस दौरान ओवैसी ने संविधान पर चर्चा की और उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। ओवैसी ने शनिवार को कहा कि वक्फ बोर्ड की प्रॉपर्टी को ताकत के दम पर छीनने की कोशिश की जा रही है। मस्जिदें अब खतरे में आ गई हैं।
ओवैसी ने कहा कि अनुच्छेद 26 पढ़ें, यह धार्मिक संप्रदायों को धार्मिक और धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए संस्था स्थापित करने और बनाए रखने का अधिकार देता है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि वक्फ का संविधान से कोई लेना-देना नहीं है। प्रधानमंत्री को कौन पढ़ा रहा है? उन्हें अनुच्छेद 26 पढ़वाएं। लक्ष्य वक्फ संपत्तियों को छीनना है। आप इसे अपनी ताकत के आधार पर छीनना चाहते हैं।
‘बाबा साहेब ने आज से पचहत्तर 75 साल पहले…’
उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने आज से 75 साल पहले जिस बात पर चिंता जाहिर की थी, वह समस्या आज तक बरकरार है।उन्होंने देश के राजनीतिक हालात को देखते हुए तभी कहा था कि कोई दल नहीं चाहता कि राजनीति में अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व बढ़े। इसके साथ ही आगे उन्होंने कहा कि संविधान लागू होने के बाद देश भर में हदबंदी जानबूझ कर कुछ इस तरह से की गई कि इसमें अल्पसंख्यकों को कम से कम मौका मिल सके।
यह भी पढ़ें : Maharashtra : महाराष्ट्र की नई कैबिनेट का रास्ता हुआ साफ, ये होगा मंत्रिमंडल के गठन का फॉर्मूला
Hindi Khabar App: देश, राजनीति, टेक, बॉलीवुड, राष्ट्र, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल, ऑटो से जुड़ी ख़बरों को मोबाइल पर पढ़ने के लिए हमारे ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड कीजिए. हिन्दी ख़बर ऐप