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Vastu Tips: सफलता आपके कदम चूमेगी, वर्क फ्रॉम होम में अपनाएं ये वास्तु टिप्स

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कई एचआर प्रमुखों और सीईओ का मानना है कि महामारी रहने के बाद भी वर्क फ्रॉम होम जारी रहने वाला है। जिसका कई लोगों के जीवन शैली पर असर हुआ है।

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जैसा कि महामारी प्रतिबंधों में ढील दी गई है, हम में से कई लोग ऑफिस के दैनिक वर्क में वापस आ गए हैं। जबकि कुछ भाग्यशाली अभी भी घर से काम करते हैं। लेकिन अभी भी कई लोग अपने ऑफिस के काम और बिजनेस को वर्क फ्रॉम होम कर रहे है। कई एचआर प्रमुखों और सीईओ का मानना है कि महामारी रहने के बाद भी वर्क फ्रॉम होम जारी रहने वाला है। जिसका कई लोगों के जीवन शैली पर असर हुआ है, साथ ही इसका गहरा प्रभाव भी पड़ा है। महामारी से हमारे जीवन में कई चीजों में बदलाव हुआ है, जो स्थायी होगा। हम कैसे काम करते हैं इसमें भी बदलाव हुआ है। ऐसे में कुछ सरल वास्तु टिप्स(Vastu Tips)अपनाएं, जो आपको आगे बढ़ाने में और पॉ़जिटिव ऊर्जा देने में मदद करेंगे।

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वर्क फ्रॉम होम के लिए वास्तु टिप्स (Vastu Tips)

-मास्टर बेडरूम और ऑफिस आपके घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। इस स्थिति में यह संभव नहीं है, तो दक्षिण-पश्चिम में मास्टर बेडरूम और दक्षिण या पश्चिम दिशाओं में कार्यालय हो। यह आपके व्यवसाय में प्रगति के लिए उचित होगा।
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-यदि दक्षिण या पश्चिम में पर्याप्त जगह नहीं है, तो किसी भी दिशा में उपलब्ध स्थान में कार्यालय या अपने कार्य करने की जगह बनाएं। कहा गया है कि व्यावसायिक स्थिरता और तेजी से प्रगति सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त वास्तु उपाय करना चाहिए।

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-बॉस की बैठने की व्यवस्था कमरे के दक्षिण-पश्चिम में होनी चाहिए, जो उत्तर-पूर्व की ओर होना चाहिए। यह कार्यालय के विभिन्न कार्यों पर सीधा नियंत्रण रखने में मदद करेगा और व्यवसायों और उसके मालिकों की स्थिरता भी सुनिश्चित करेगा।

-यदि कार्यालय ग्राउंड फ्लोर पर है और निवास इसके ऊपर बना है, तो कार्यालय आदर्श रूप से दक्षिण-पश्चिम दिशा में होना चाहिए।

-यदि आपका व्यवसाय बिक्री, मार्केटिंग और लॉजिस्टिक जैसी गतिविधियों से जुड़ा है, तो आप अपने घर के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र से काम कर सकते हैं।

-वास्तुशास्त्र के अनुसार स्थान या व्यवसाय की प्रकृति की सीमाओं के कारण कोई भी स्थान पाना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में इस एक नियम के साथ काम करें। पीठ दीवार से सटा होना, सामने का स्थान खुला और सुखद होना चाहिए। काम के समय चेहरा उत्तर से पूर्व की ओर हो।

-कार्य क्षेत्र में आप कुछ क्रिस्टल जैसे कि क्लियर क्वार्ट्ज, पिंक रोज़, टाइगर-आई, सिट्रीन को अपने कार्य की मेज पर रख सकते हैं।

 दिशाओं के अनुसार आपके चारों ओर के रंग आपकी उत्पादकता और कार्यक्षमता को बढ़ा सकते हैं। निर्धारित रंग हैं:

• उत्तर पश्चिम-उत्तर-उत्तर पूर्व: नीला

• पूर्व: हरा

• दक्षिण-पूर्व: नारंगी

• दक्षिण: लाल

• दक्षिण-पश्चिम: गुलाबी या पीच

• पश्चिम: गहरा नीला

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