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फैमिली सपोर्ट के बिना Success मोहब्बत, जानें तुषार और खुशी के प्यार की कहानी

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success love story: अब जैसा कि हर लव स्टोरी में होता है, तो एक लड़का था और एक लड़की। दोनों अजनबी थे लेकिन, काम एक ही जगह करते थे। बस फर्क इतना था कि लड़का उस ऑफिस में मैनेजिंग एडिटर की पोस्ट पर था। कभी-कभार ऑफिस में दोनों की नजरें एक-दूसरे से टकरा जाया करती थीं। लेकिन टकराने के बाद दोनों ही नजरें एक-दूसरे से हटा लिया करते थे। अरे मैंने अब तक आपको उन दोनों के नाम ही नहीं बताए? तो लड़के का नाम है तुषार और लड़की का नाम है खुशी। एक दिन लड़का व्हाइट शर्ट और ब्लैक ट्राउजर फॉर्मल बनकर आता है तो लड़की की नजरें नहीं हटती। लेकिन, लड़की तुषार को देख नजरे झुका लेती है क्यों? क्योंकि ऑफिस में उसका एक सीनियर था, उसकी नजर विमला पर थी। खुशी के मन में क्या चल रहा है यह बात अब तक तुषार को नहीं पता थी, इसलिए तुषार शांत रहता था।

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उधर खुशी की ऑफिस कलीग रुबी को लगने लगा था कि तुषार उसे घूरता है। उसने एक बार खुशी से यह बात बोली भी कि तूने कभी तुषार को नोटिष किया है? कैसे आते-जाते हर टाइम देखता रहता है। खुशी ने सुना तो मन ही मन लड्डू फूटने लगे। अब कहानी का टि्वस्ट तो यहीं है, जी कि खुशी को भी पता था कि तुषार उसे देखता है। लेकिन चुप दोनों थे। एक बार नोएडा मेट्रो स्टेशन 62 हल्दी राम के बगल वाले होटल में ऑफिस की एनुअल पार्टी रखी गई। इस पार्टी में तुषार को लगा कि चलो आज अच्छा मौका है थोड़ी बात तो मैं आज करके ही रहूंगा। खुशी भी पार्टी में खूब तैयार होकर गई। खैर, पार्टी में दोनों की थोड़ी बहुत बात भी हुई फिर घर वापस आने लगे। तभी उनके ऑफिस के एक सर जिनका नाम था प्रमोद वो खुशी को कहते है कि मैं घर छोड़ दूंगा तुम्हे खुशी। जबकि तुषार पहले से सोच कर आया कि खुशी को घर मैं ही छोड़कर आऊंगा। जिससे और समय उसके साथ बिता पाउंगा। लेकिन वो आज भी इस मौके को गवा देता है और खुशी के सर प्रमोद उसे घर ड्रॉप कर देते है।

एक दिन क्या हुआ कि उनके ऑफिस के प्रमोद सर ऑफिस से जल्दी चले जाते है तभी खुशी तुषार के पास जाती है और सारी दिल की बात बोल देती है। प्रमोद खुशी की टीम के HOD है। तुषार भी खुशी तो झट से I LOVE YOU TOO बोल देता है। धीरे-धीरे दोनों करीब आ गए। कहते है न, भगवान के घर में देर है अंधेर नहीं। लेकिन तुषार और खुशी दोनों ही टाइम पास वाले प्यार में न तो यकीन रखते थे और न ही खुद ऐसे किसी रिलेशनशिप में थे। दोनों एक-दूसरे को लेकर बहुत सीरियस थे और शादी करना चाहते थे। पर्सनल फ्रंट पर देखा जाए तो तुषार शुरू से ही थोड़ा कडूस और गुस्सेवाला था। कुछ महीनों बाद उन दोनों ने अपनी फैमिली को अपने रिश्ते के बारे में बताया लेकिन कास्ट अलग होने के कारण दोनों के घर वालो ने शादी के लिए मना कर दिया। फिर तुषार और खुशी साथ में रहने का प्लान बना लेते है। एक दिन तुषार अपने बॉस को और खुशी अपने HOD को सब कुछ बता देती है और फिर बॉस और HOD पास के शनि मंदिर जाकर दोनों की शादी करवा देते है।

हालांकि आज की डेट में खुशी और तुषार दोनों बेहद खुश हैं। उनकी शादी को 8 साल हो चुके हैं। एक छोटी सी प्यारी सी अपनी दुनिया है। दो प्यारे बच्चे हैं। बड़ा बेटा और छोटी लड़की है। और दोनों ही बच्चे उनके ऑफिस के जो सर थे प्रमोद उन्हीं के पास हिंदी ग्रामर पढ़ने के लिए जाते है। खुशी का अपने मायके से अब संबंध पहले से काफी नॉर्मल हो गया है। अभी भी तुषार और खुशी में बेइत्तियां प्यार है वहीं इन दोनों की लव स्टोरी का सच्चा और मजबूत बॉन्ड है।

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