
बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर बेंगलुरू में मांस की बिक्री पर रोग लगा दिया गया है। आज बुद्ध पूर्णिमा है, जिसे देखते हुए पूरे बेंगलुरू महानगर पालिका यानि बीबीएमपी (BBMP) ने शहर में मीट की बिक्री पर रोक लगा दी है। लिहाजा आज सोमवार को शहर में सभी मीट की दुकानें बंद रहेंगी और किसी भी दुकान पर मीट की बिक्री नहीं होगी।
बता दें आंकड़ो के अनुसार बेंगलुर में तकरीबन 3000 मीट की दुकानें है। जिन्हें मीट बेचने का लाइसेंस मिला है। जबकि तीन ऑथराइज्ड स्लॉटर हाउस है। जिसपर प्रशासन की कोई लगाम नहीं है। वहीं सरकार के इस फैसले का कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर विरोध किया है। बीबीएमपी प्रमुख की ओर से जारी आदेश में कहा गया था कि हर साल रामनवमी, गांधी जयंती, सर्वोदय दिवस समेत अन्य धार्मिक अवसरों पर मीट की बिक्री प्रतिबंधित रहेगी।
कर्नाटक सरकार ने जानवरों की स्टनिंग के लिए जारी किया था नोटिस
बता दें कि अप्रैल में हिंदुत्ववादी संगठनों द्वारा हलाला मीट बेचने वाले मुस्लिम विक्रेताओं के बहिष्कार का मामला विवादों पर था। शिवमोगा जिले में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक मुस्लिम विक्रेता से मारपीट की थी। जिसमें पांच लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
गौरतलब है कि पशुपालन विभाग का एक आदेश सामने आया था जिसमें कहा गया था कि जानवरों को मारने से पहले स्टन (Stunning) नहीं किया जा रहा है, जो कि एक तरह से नियमों का उल्लंघन है। इस बयान के बाद कर्नाटक सरकार ने नोटिस जारी कर बेंगलुरू महानगर पालिका को सभी बूचड़खानों में जानवरों की स्टनिंग प्रक्रिया लागू करने को कहा था। वहीं, कर्नाटक सरकार के स्टनिंग को अनिवार्य करने के फैसले को विपक्ष ने बेवकूफी कहा था।
रामनवमी पर बेंगलुरु में मीट पर लगा बैन
बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) ने इस संबंध में शुक्रवार को आदेश जारी किया। महानगर पालिका के जॉइंट डायरेक्टर ने अपने आदेश में कहा, ‘श्री रामनवमी पर शहर में जानवरों के काटने, मीट बेचने और बूचड़खानों के खोलने पर पूरी तरह बैन रहेगा।
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