Jamshedpur: नेताजी की जयंती को मैं क्रांति दिवस के रूप में पूजता हूं मनाता हूं- स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता
Jamshedpur: आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती है। देश इसे पराक्रम दिवस के रुप में भी मनाता है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने दिल्ली के संविधान सदन में नेताजी को श्रद्धांजलि दी।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने दी श्रद्धांजलि
बता दें, जमशेदपुर में भी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127वीं जयंती के अवसर पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता के द्वारा कदमा स्थित सुभाष पार्क में लगे प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सरदार सुमन अर्पित की गई। जहां नेताजी सुभाष मंच के कार्यकर्ताओं ने भी माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता ने कहा उनके जयंती को मैं क्रांति दिवस के रूप में पूजता हूं मनाता हूं। नेताजी के आदर्श विचार उनके सिद्धांत को आत्मसाद करने की प्रेरित करता है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने कहा था कि तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा। नेताजी ने इस मां भारतीय के लिए अपना सर्वस्व जीवन लगा दिया।
पराक्रम दिवस के रुप में मनाते हैं नेताजी की जयंती
23 जनवरी को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और क्रांतिकारी नेता सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई जाती है। नेताजी का जीवन पूरी तरह से साहस और पराक्रम की कहानी है। उन्हें देश को आजाद कराने के लिए ऐसे नारे दिए कि भारतीयों के दिलों में आजादी की आग और भड़क उठी। यही कारण है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती को हर साल पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जाता था। राजनीति और आजादी की लड़ाई सुभाष चंद्र बोस के जीवन का एक हिस्सा था, जबकि आध्यात्मिकता उनके जीवन का दूसरा हिस्सा था। सुभाष चंद्र बोस हमेशा भगवत गीता साथ रखते थे। वह हर दिन इसे पढ़ते थे और इसी के अनुसार काम करते थे।