बड़ी ख़बरबिज़नेसराष्ट्रीय

आम आदमी की जेब पर पड़ेगा सरकारी डाका, Dairy Products की बढ़ी कीमतें, आज से पैकेटबंद दूध, आटा, लस्सी और पनीर महंगा

देश के आम आदमी पर एक बार फिर मंहगाई की गाज गिरने की खबर सामने आई है। आपको बता दें कि हाल ही में हुई जीएसटी काउंसिल ने अपनी बैठक में घरेलू उपयोग की कई चीजों पर जीएसटी (GST) लगाने और कुछ चीजों पर जीएसटी दरों में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया था। आज उसी फैसले को अमल में लाया जाएगा।

यह भी पढ़ें: क्रॉस वोटिंग ने बदला राष्ट्रपति चुनाव का समीकरण, असम में 20 से अधिक विधायकों ने मारी पलटी

आम आदमी की जेब पर पड़ेगी मंहगाई की मार

आपको बता दें मिली खबरों के अनुसार जीएसटी काउंसिल की बैठक में डिब्बाबंद या लेबल लगे (फ्रोजन गुड्स के अलावे) दही, लस्सी, पनीर, शहद, मछली, सूखा सोयाबीन, सूखा मखाना और मटर जैसे उत्पादों, गेहूं व अन्य अनाज के अलावे मूढ़ी या मुरमुरे पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला लिया गया था। अगर पहले की बात करें तो इन चीजों पर लगने वाली जीएसटी में छूट मिलती थी। उसी तरह से अलग-अलग तरह के पेय पदार्थों के टेट्रा पैक और बैंकों की तरफ से जारी किए जाने वाले चेकबुक पर भी सेवा बढ़ाकर 18 प्रतिशत कर दिया जाएगा। वहीं, एटलस, नक्शे तथा चार्ट पर 12 प्रतिशत GST लगाने का प्रावधान किया गया है। ऐसे में इन उत्पादों  के दामों  में ऐसी आग लगेगी जो कि आम आदमी की आर्थिक हालत को और भी कमजोर कर देगा।

होटल भी चढ़े मंहगाई की भेंट

आम आदमी की कमर फिर से टूटटी नजर आ रही है। आपको बता दें कि अभी तक 1000 रुपए से कम किराया वाले सस्ते या बजट होटलों में ठहरने पर हमें कोई जीएसटी चार्ज का खर्च नहीं देना पड़ता था। लेकिन नए नियमों के हिसाब से आज से ऐसे होटलों में ठहरने पर 12 प्रतिशत की दर से जीएसटी  (GST) चुकानी पड़ेगी।

अखिलेश यादव ने ट्वीट के जरिए कसा सियासी तंज

उत्तर प्रदेश के पुर्व मुख्यमंत्री के एक ट्वीट ने GST को लेकर सियासी घमासान तेज कर दिया है। GST की फुल फार्म की नई परिभाषा ही दे डाली और लिखा कि GST का मतलब है ‘गयी सारी तनख्वाह’।  इस ट्वीट को कई विपक्षी नेताओं ने रिट्वीट भी किया है।

यह भी पढ़ें: राष्ट्रपति चुनाव का मतदान जारी, प्रधानमंत्री समेत कई बड़े नेताओं ने किया मतदान, कौन बनेगा अगला महामहिम?

रिपोेर्ट: निशांत

Related Articles

Back to top button