
Ghost Fair!: कार्तिक पूर्णिमा की रात बिहार के कोनहारा घाट का नजारा आपको सोचने पर मजबूर कर देगा. आप सोच में पड़ जाएंगे कि यह आस्था है या अंधविश्वास. रात में कई लोग आपको वाद्ययंत्रों की धुन पर सुधबुध खोकर नाचते नजर आएंगे तो वहीं कई जगह अग्नि में कई लोग कुछ अनाज आदि अर्पित करते मिलेंगे. किसी के सिर पर एक मिट्टी के पात्र में तेज जोत जलती हुई रखी होगी तो कोई पत्ते और कांच चबा रहा होगा. कहते हैं कि इस रात यहां भूतों का मेला लगता है. हिन्दी ख़बर इस बात की पुष्टि नहीं करता.
Ghost Fair!: काफी संख्या में जुटते हैं लोग
कहा जाता है कि इस रात लगे मेले में बुरी आत्माओं से मुक्ति दिलाई जाती है. यहां काफी संख्या में आप दूर दराज के आए लोगों को देख सकते हैं. ये लोग बताते हैं कि ये बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए यहां आए हैं. रविवार की रात भी हाजीपुर- सोनपुर में करीब पांच लाख से अधिक लोग गंगा में डुबकी लगाने पहुंचे.

Ghost Fair!: छड़ी से होती पिटाई
वहीं इस दौरान कई पुरुष और स्त्रियों को भूत भगाने के नाम पर छड़ी से पीटा जा रहा था. यह सब उनके परिवारों की सहमति से हो रहा था. स्थानीय लोगों के मुताबिक भूतों का ये तथाकथित मेला कई सालों से यहां लगता आ रहा है. हजारों लोग पूर्णिमा की रात यहां इसी काम से जुटते हैं और सुबह गंगा स्नान कर वापस अपने घर वापस लौटते हैं.

Ghost Fair!: आला अधिकारी रहते मौजूद, ड्रोन से होती निगरानी
इस दौरान जिला प्रशासन और नगर परिषद्, हाजीपुर द्वारा पुख्ता इंतजाम किए गए थे. कोनहारा घाट पर कंट्रोल रूम बनाने गए. इसमें जिलाधिकारी यशपाल मीणा, वैशाली, पुलिस अधीक्षक रवि रंजन कुमार, हाजीपुर सदर एसडीपीओ ओम प्रकाश, समेत भारी संख्या में पुलिस अधिकारी और जगह-जगह पर भारी संख्या पुलिसकर्मी और मजिस्टेट तैनात रहे। ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी से निगरानी की जा रही थी.
रिपोर्टः प्रभंजन कुमार,संवाददाता, वैशाली, बिहार
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