
मंगलवार को जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) की एक लेबोरेटरी में आग लग गई। हालांकि इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है लेकिन आग लगने से कुछ छात्र घायल हो गए और कुछ अन्य को धुएं के कारण दिक्कत हुई। घटना के बाद घायल छात्रों को इलाज के लिए एम्स ले जाया गया है।
छात्रों के मुताबिक आग जेएनयू के स्कूल ऑफ फिजिकल साइंसेज की केमिस्ट्री लैब में लगी। बताया जा रहा है कि आग लगने का कारण शार्ट सर्किट है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़े कुछ छात्रों का कहना है कि घायल छात्रों को उनके साथियों ने एम्स में भर्ती कराया है।
JNU छात्र का बयान पढ़ें
छात्रों की शिकायत है कि इमारत में न तो फायर अलार्म था और न ही स्वचालित आग बुझाने के उपकरण। इसी बीच छात्रों ने बताया कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए दमकल को बुलाया गया। घटना पर चिंता जताते हुए ABVP की जेएनयू यूनिट ने वाइस-चान्सेलर को पत्र लिखकर भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आग बुझाने के उचित इंतजाम की मांग की है।
एबीवीपी के विकास पटेल ने कहा कि प्रशासन के लिए छात्रों का जीवन सर्वोपरि होना चाहिए। जिस तरह साइंस लैब में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं, उससे भी भीषण हादसा हो सकता है।
आपको बता दें कि 2016 में जेएनयू के पर्यावरण विज्ञान संस्थान (Institute of Environmental Science) की एक लेबोरेटरी में शॉर्ट सर्किट के बाद आग लग गई थी। इसमें करोड़ों के प्रायोगिक उपकरण जल कर राख हो गए थे।
ये भी पढ़ें: ‘मुझे जेल से बाहर मत निकालो’: गैंगस्टर अतीक अहमद के भाई को अपनी जान का डर, पहुंचा कोर्ट