एलन मस्क ने सिलिकॉन वैली बैंक को खरीदने की जाहीर की इच्छा, ट्वीट कर कही ये बात

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अमेरिकी रेगुलेटर्स ने शुक्रवार को सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) को बंद करने की अनाउंसमेंट की है। इतना ही नहीं रेगुलेटर्स ने बैंक के सभी एसेट्स को जब्त भी कर लिया है। इस बीच बिलिनेयर एलन मस्क ने सिलिकॉन वैली बैंक को खरीदने की इच्छा जाहिर की है। दरअसल, रेजर (Razer) के CEO मिन-लियांग टैन ने हाल ही में एक ट्वीट कर लिखा, ‘मुझे लगता है कि ट्विटर को सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) खरीद लेना चाहिए और उसे एक डिजिटल बैंक बना देना चाहिए।’ मिन-लियांग टैन के इस ट्वीट का जवाब देते हुए ट्विटर और टेस्ला के CEO एलन मस्क ने लिखा, ‘मैं इस आइडिया का स्वागत करता हूं।’ मस्क का यह ट्वीट काफी वायरल भी हो रहा है।

अमेरिका का दिवालिया बैंक

दुनियाभर की टेक्नोलॉजी कंपनी और स्टार्टअप्स को लोन देने वाला सिलिकॉन वैली बैंक अब दिवालिया हो गया है। लगातार अफसल रहे इस बैंक ने 2008 में रिटेल बैंकिंग सेक्टर में कदम रखा था। हालांकि, बुरी तरह से असफल इस बैंक की वजह से निवेशकों और कंपनियों के अरबों डॉलर फंस गए हैं।

2008 के वित्तीय संकट के बाद अब तक का सबसे बड़ा फेल्योर

US के 16वें सबसे बड़ा बैंक सिलिकॉन वैली बैंक को रेगुलेटर्स ने 10 मार्च को बंद करने का आदेश दिया। कैलिफोर्निया के डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल प्रोटेक्शन और इनोवेशन ने ये आदेश जारी किया। बैंक की मूल कंपनी SVB फाइनेंशियल ग्रुप के शेयरों में 9 मार्च को करीब 60% की गिरावट आई थी। इसके बाद इसे कारोबार के लिए रोक दिया गया था। ये अमेरिका के इतिहास में 2008 के वित्तीय संकट के बाद अब तक का सबसे बड़ा फेल्योर है।

अब 13 मार्च को खुलेगा सिलिकॉन बैंक

रॉयटर्स के मुताबिक, SVB के शेयर गिरने की वजह से पिछले 2 दिनों में अमेरिकी बैंकों को स्टॉक मार्केट में 100 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। वहीं यूरोपियन बैंकों को 50 अरब डॉलर का घाटा हुआ है। फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (FDIC) ने शुक्रवार को सिलिकॉन वैली बैंक टेकओवर करने की घोषणा की थी। इसके साथ ही उसे ग्राहकों का पैसा सुरक्षित रखने की भी जिम्मेदारी दी गई है। सिलिकॉन बैंक अब 13 मार्च को खुलेगा, जिसके बाद सभी इंश्योर्ड डिपॉजिटर्स के पास अपने डिपॉजिट्स निकालने की छूट होगी।

2.5 करोड़ रुपए तक की जमा राशि ही होगी वापस

बैंक के पास 2022 के आखिर तक 209 अरब डॉलर की संपत्ति और 175.4 अरब डॉलर की जमा राशि थी। इसमें से 89% राशि इंश्योर्ड नहीं थी। ग्राहकों की 250,000 डॉलर(2.5 करोड़ रुपए) तक की जमा राशि को F.D.I.C इंश्योरेंस में कवर किया गया है। यानी बैंक बंद होने के बाद भी ये पैसा ग्राहक को वापस मिल जाएगा। वहीं अभी इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि जिन जमाकर्ताओं के खातों में इससे ज्यादा रकम जमा है उन्हें उनका सारा पैसा वापस मिलेगा या नहीं। हालांकि, FDIC ऐसे ग्राहकों को एक सर्टिफिकेट देगा। इसके तहत फंड रिकवर होने के बाद इन्हें सबसे पहले पैसे लौटाए जाएंगे।

सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने को सिलसिलेवार तरीके से समझिए

सिलिकॉन वैली बैंक के पास 2021 में 189 अरब डॉलर डिपॉजिट्स थे। सिलिकॉन वैली बैंक ने पिछले 2 सालों में अपने ग्राहकों के पैसों से कई अरब डॉलर के बॉन्ड खरीदे थे, लेकिन इस इन्वेंस्टमेंट पर उसे कम इन्टरेस्ट रेट के चलते उचित रिटर्न नहीं मिला। इसी बीच फेडरल रिजर्व बैंक ने टेक कंपनियों के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर दी।

बैंक को बेचनी पड़ी अपनी संपत्ति

SVB के ज्यादातर ग्राहक स्टार्ट-अप्स और टेक कंपनियां थीं जिन्हें कारोबार के लिए पैसों की जरूरत थी। ऐसे में वो बैंक से पैसे निकालने लगीं। ब्याज दर बढ़ने की वजह से टेक कंपनियों में निवेशक कम हो गए। फंडिंग नहीं मिलने से कंपनियां बैंक से अपना बचा हुआ पैसा भी निकालने लगीं। लगातार विड्रॉअल की वजह से बैंक को अपनी संपत्ति बेचनी पड़ी।

8 मार्च को SVB ने बताया कि उसने बैंक की कई सिक्योरिटीज को घाटे में बेचा है। साथ ही अपनी बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए उसने 2.25 अरब डॉलर के नए शेयर बेचने की घोषणा की। इससे कई बड़ी कैपिटल फर्मों में डर का माहौल बन गया और फर्मों ने कंपनियों को बैंक से अपना पैसा वापस लेने की सलाह दी।

SBV के स्टॉक में आई गिरावट

इसके बाद गुरुवार को SBV के स्टॉक में गिरावट आई, जिससे दूसरे बैंकों के शेयर्स को भी भारी नुकसान हुआ। शुक्रवार की सुबह तक इन्वेस्टर न मिलने पर SVB के शेयरों को रोक दिया गया। इसके अलावा कई अन्य बैंक शेयरों को भी शुक्रवार को अस्थायी रूप से रोक दिया गया, जिनमें फर्स्ट रिपब्लिक, पीएसीवेस्ट बैनकॉर्प और सिग्नेचर बैंक शामिल हैं।

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