सीएम धामी ने दिए निर्देश ‘फोन रिसीव नहीं करने वाले अफसरों पर हो कार्रवाई’

Share

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जनसमस्याओं के निस्तारण में लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम धामी ने सभी जिलों के डीएम से कहा है कि जन प्रतिनिधियों और आम जनता के फोन रिसीव नहीं करने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए।

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग की पहली समीक्षा बैठक की। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से सभी डीएम और एस.एस.पी को जरुरी दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि जिलाधिकारी नियमित ग्रामसभा चौपालों में जाएं और बाकी जिला स्तरीय अधिकारियों को भी भेंजे।

 इस दौरान मिली शिकायतों और उनके निस्तारण के लिए की गई कार्यवाही की नियमित रिपोर्ट कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग को भेजी जाए। मुख्यमंत्री ने सख्त निर्देश दिये कि जन समस्याओं के निस्तारण के लिए जन प्रतिनिधियों और आम जनता के फोन रिसीव नहीं करने वाले अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाए।

उन्होंने कहा कि अगर किसी कारणवश अधिकारी फोन रिसीव नहीं कर पा रहे हैं, तो बाद में कॉल बैक जरूर करें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को ये निर्देश दिए। सभी जिलाधिकारी नियमित रूप से ग्रामसभा चौपालों में जाएं शिकायतों के निस्तारण के लिए की गई कार्यवाही की दें रिपोर्ट कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग को भेजी जाए नियमित रिपोर्ट जनप्रतिनिधियों, जनता के फोन जरूर रिसीव करें अधिकारी फोन रिसीव नहीं करने वाले अधिकारियों पर की जाए कार्रवाई  गढ़वाल, कुमाऊं कमिश्नर नियमित रूप से करें समीक्षा मंडलों में चल रही विकास योजनाओं की प्रगति की समीक्षा भ्रष्टाचार रोकने के लिए टोल फ्री नम्बर 1064 का बोर्ड सभी दफ्तरों में लगे भ्रष्टाचार की शिकायतों पर हुई कार्रवाई की विजिलेंस से ली जाए रिपोर्ट एक साल से अधिक समय से लंबित मामलों का हो जल्द निस्तारण अभियान चलाकर तीन महीने के अन्दर किया निस्तारण जाए ।

बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों में जिन दीर्घकालिक योजनाओं पर काम किये जा रहे हैं, उनमें तेजी लाई जाए। तात्कालिक जरूरतों वाले कामों को समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए। सीएम ने कहा कि जिलों में जिन महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। अगर उनमें किसी स्तर पर देरी हो रही हो तो जिलाधिकारी इसकी सूचना शासन को दें। जिससे आ रही अड़चनों को दूर करने के लिए जरूरी कदम उठाए जा सकें।