
Uttarakhand: केदारनाथ धाम यात्रा Kedarnath Dham Yatra में पुलिस व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है. जिसके बाद ITBP ने कमान संभाली है. शासन के आदेश पर ITBP और NDRF को तैनात किया गया है. अब यात्रा मार्गों से लेकर केदारनाथ धाम में आईटीबीपी और एनडीआरएफ के जवान तैनात रहेंगे, जो तीर्थयात्रियों की हरसंभव मदद करेंगे.
ITBP की हो रही थी मांग
आपको बता दे कि, लंबे समय से केदारनाथ यात्रा में ITBP के जवानों की तैनाती की मांग की जा रही थी. केदारनाथ विधायक भी यही चाहती थी कि केदारनाथ धाम में आईटीबीपी के जवानों की तैनाती की जाए और बार-बार सरकार से केदारनाथ में आईटीबीपी जवानों की तैनाती की मांग भी कर रही थी, जिससे व्यवस्थित तरीके से केदारनाथ की यात्रा संचालित हो सके.
श्रद्धालुओं की भीड़ से फैली अव्यवस्था
गौरतलब है कि, केदारनाथ धाम यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने से अव्यवस्था फैल गई है, जिस कारण पुलिस प्रशासन व्यवस्थाओं को संभालने में नाकाम दिखाई दे रहा है. इससे पहले साल 2019 की केदारनाथ यात्रा में भी हर दिन हजारों की संख्या में तीर्थयात्री पहुंचे थे और उस समय भी पुलिस प्रशासन की नाकामी देखने को मिली थी और आईटीबीपी के जवानों को केदारनाथ यात्रा में तैनात किए जाने की मांग की जा रही थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया.
1 लाख के पार पहुंची श्रद्धालुओं की भीड़
साल 2022 की चारधाम यात्रा में हजारों की तादाद में तीर्थयात्री धाम पहुंच रहे हैं, जबकि यात्रा के सातवें दिन ही केदारनाथ यात्रा का आंकड़ा 1 लाख 32 हजार पार कर चुका है, अभी भी लाखों लोगों ने केदारनाथ धाम जाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया है. अभी केदारनाथ और यात्रा मार्गों पर आईटीबीपी के 90 जवानों को तैनात किया गया है, जबकि NDRF के 46 जवान भी जल्द यात्रा मार्गों पर तैनात किए जाएंगे.
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने जानकारी देते हुए बताया कि, यात्रियों की सुरक्षा और यात्रा व्यवस्था के लिए आईटीबीपी की एक प्लाटून को तैनात कर दिया गया है. यह प्लाटून मंदिर परिसर और मंदिर मार्ग पर दर्शनों के लिए खड़े यात्रियों की मदद करेगी. एक प्लाटून में 30 आईटीबीपी के जवान हैं. वहीं, सोनप्रयाग और गुप्तकाशी में भी एक-एक प्लाटून को रखा गया है. इसके अलावा पुलिस, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, यात्रा मैनेजमैंट फोर्स के जवान पहले से तैनात हैं.