
चाणक्य नीति: अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र में आचार्य चाणक्य के योगदान को बहुत अहम माना जाता है। प्रचीन समय में राजा चाणक्य नीति से राजपाठ चलाया करते थे। अपनी नीतियों के बल पर ही चाणक्य ने चंद्रगुप्त मौर्य को सम्राट बनने में मदद की थी।
चाणक्य नीति जीवन को सरल और आसान बनाता है। आचार्य चाणक्य के अनुसार, इंसान को गलती से भी कुछ चीजों को पैर नहीं लगाना चाहिए। अगर गलती से पैर लग जाए तो तुरंत माफी मांग लेना चाहिए, नहीं तो आप संकट में पड़ सकते हैं।
अग्नि
अग्नि को हिंदू धर्म में बहुत पवित्र माना गया है। आचार्य चाणक्य के अनुसार अग्नि को देवता माना जाता है। किसी भी शुभ कार्य में अग्नि को साक्षी मानकर वचन लिया जाता है। अगर गलती से भी अग्नि में पैर लग जाए तो तुरंत ही माफी मांग लेना चाहिए।
कुंवारी कन्या
आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी इंसान को कुंवारी कन्या को भूलकर ही पैर नहीं लगाना चाहिए। कुंवारी कन्या को देवी तुल्य समझा जाता है। अगर गलती से आपका पैर लग जाए तो तुरंत ही माफी मांग लेना चाहिए। ऐसा ना करने से आप संकट में पड़ सकते हैं।
आध्यात्मिक गुरु
चाणक्य नीति के अनुसार, गुरु का हमेशा सम्मान और आदर करना चाहिए। हमेशा उनका पैर छूना चाहिए। जो लोग गुरु का आदर नहीं करते और उनका अपमान करते हैं। वैसे लोगों का सर्वनाश हो जाता है। गलती से भी गुरु को पैर ना लगाएं।
ब्राह्मण
हिंदू धर्म में ब्राह्मण का बहुत महत्व बताया गया है। चाणक्य के अनुसार, ब्राह्मणों को कभी भी पैर नहीं लगाना चाहिए। आपसे अगर गलती से पैर लग गया है तो तुरंत ही माफी मांग लें।
बड़े-बुजुर्ग
घर के बड़े-बुजुर्गों को कभी भी भूलकर भी पैर नहीं लगाना चाहिए। बुजुर्गों का हमेशा सम्मान करना चाहिए। जिस घर में बड़ों का आदर नहीं होता उस घर में सुख-समृद्धि नहीं होती है।
शिशु को पैर ना लगाएं
चाणक्य नीति के अनुसार, हिंदू धर्म में शिशु को भगवान का रूप माना जाता है। बच्चों का पैर छूना चाहिए और कभी भी अपना पैर नहीं लगाना चाहिए।
गाय
हिंदू धर्म में गाय को माता का रूप माना गया है। गाय का दूध बहुत ही शुभ होता है। कई सारे धार्मिक कार्यों में गाय का दूध और घी का इस्तेमाल किया जाता है। अगर गलती से गाय को पैर लग जाए तो तुरंत ही माफी मांग लें।
यह भी पढ़ें- Chanakya Niti: इन 3 चीजों का साथ कर देता है युवाओं का जीवन बर्बाद