
Jagannath Rath Yatra: जगन्नाथ रथयात्रा उड़िसा के पुरी के अलावा गुजरात के अहमदाबाद, पूर्वोत्तर में त्रिपुरा, झारखंड की राजधानी रांची, वाराणसी और पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता समेत कई अन्य राज्यों में भी निकाली जाती हैं. वहीं इस राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रथयात्रा शामिल होने के लिए भुवनेश्वर पहुंच चुकी हैं।
क्यों निकाली जाती है रथयात्रा ?
यह उत्सव सदियों पुरानी परंपरा का हिस्सा है और ओडिशा की समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है। रथयात्रा में शामिल होना सौभाग्य का विषय माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि रथ यात्रा के दर्शन मात्र से सैकड़ों यज्ञों का फल प्राप्त हो जाता है। माना जाता है कि यह यात्रा देवी सुभद्रा की इच्छा को पूरा करने के लिए निकाली जाती है। वह अपने मामा के घर जाना चाहती थीं, इसलिए भगवान जगन्नाथ और बलभद्र उनके साथ रथ पर सवार होकर गए थे.
PM मोदी ने रथ यात्रा की शुरुआत पर लोगों को दी बधाई
पीएम मोदी ने रविवार को पवित्र रथ यात्रा की शुरुआत पर लोगों को बधाई दी. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, ‘पवित्र रथ यात्रा की शुरुआत पर बधाई. हम महाप्रभु जगन्नाथ को नमन करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि उनका आशीर्वाद हम पर हमेशा बना रहे.’
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पुरी के एसपी पिनाक मिश्रा ने कहा, “आज हम भगवान श्री जगन्नाथ की विश्व प्रसिद्ध रथ यात्रा मना रहे हैं। जैसा कि हमने अनुमान लगाया था, इस रथ यात्रा में भाग लेने के लिए बड़ी संख्या में भक्त पुरी आएंगे, इसके मद्देनजर हमने पुलिस की व्यापक व्यवस्था की है। हमने पुलिस व्यवस्था को कई महत्वपूर्ण खंडों में विभाजित किया है…यातायात और पार्किंग से संबंधित मामलों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है.
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