
बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा की जीत के बाद, प्रदेश भर में खुशियों का माहौल है, लेकिन यह जीत का कम अंतर ने भाजपा को थोड़ी चिंतित किया है। पार्वती दास ने सिर्फ 2400 वोटों से चुनाव जीता, जो 2022 के चुनावों के मामूले से कम है। 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के चंदन रामदास ने 12000 वोटों से जीत हासिल की थी, लेकिन अब इस जीत के बावजूद भी भाजपा के मन में टेंशन है।
आपका बता दें उनके लिए यह एक सवाल है कि इतनी मेहनत के बावजूद जीत का अंतर क्यों कम रहा। वर्तमान में भाजपा जीत पर खुश है, लेकिन उनके लिए एक और बड़ी खुशियाँ है कि भागेश्वर सीट पर उनकी स्थिति मजबूत है, यह सीट 2007 के बाद से लगातार भाजपा के पास रही है, और चंदन रामदास ने पांचवीं बार इस सीट पर जीत हासिल की है।
बता दें भाजपा की प्रत्याशी पार्वती दास ने 2405 वोटो से जीत हासिल की है लेकिन उपचुनाव में भाजपा की जीत का मार्जिन बहुत कम है हालांकि पार्वती दास को 2022 के मुकाबले ज्यादा वोट मिले हैं। पार्वती दास को कुल 33247 वोट पड़े जबकि कांग्रेस प्रत्याशी बसंत कुमार को 30842 वोट मिले 2022 में इसी सीट पर भाजपा के प्रत्याशी रहे स्वर्गीय चंदन रामदास को 32211 वोट मिले थे और वह कांग्रेस प्रत्याशी रंजीत दास से 12141 वोटो से जीते थे जबकि रंजीत दास को 20 हजार 70 वोट मिले थे वही 2022 के मुकाबले इस उप चुनाव में कांग्रेस को भी अच्छे वोट मिले हैं। कांग्रेस को जहा 2022 के चुनाव में 20070 वोट ही मिल पाए थे लेकिन इस बार कांग्रेस के प्रत्याशी बसंत कुमार को 30842 वोट मिले जबकि 2022 में बसंत कुमार आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़े थे उनको 16109 वोट मिले थे।
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