
अडानी ग्रुप ने अपना FPO रद्द कर दिया है। अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा है कि मार्केट में उतार-चढ़ाव को देखते हुए कंपनी के बोर्ड ने FPO को रद्द करने का फैसला लिया है। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा है कि शेयर बाजार में हलचल और मार्केट में उठापटक को देखते हुए कंपनी का उद्देश्य अपने निवेशकों के हितों की रक्षा करना है। इसलिए हम FPO से प्राप्त रकम को वापस करने जा रहे है और इससे जुड़े लेन-देन को हम खत्म कर रहे हैं।
क्या होता है EPO
पहले ये समझना जरूरी है कि फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) होता क्या है? दरअसल, किसी कंपनी के लिए पैसे जुटाने का एक तरीका होता है। जो कंपनी पहले से शेयर मार्केट में लिस्टेड होती है, वो इन्वेस्टर्स के लिए नए ऑफर करती है। ये शेयर बाजार में मौजूद शेयरों से अलग होते हैं।
नंबर 2 से 10 फिर 15वें नंबर पर कैसे लुढके गौतम अडानी
बुधवार को अडानी ग्रुप चेयरमैन ने कंपनी के बोर्ड की मीटिंग में कहा, “बोर्ड इस अवसर पर सभी निवेशकों को आपके समर्थन और हमारे FPO के प्रति प्रतिबध्दता के लिए धन्यवाद देता है। FPO के लिए सब्सक्रिप्शन मंगलवार को सफलतापूर्वक बंद हुआ था। पिछले सप्ताह के दौरान स्टॉक में अस्थिरता के बावजूद, कंपनी, इसके व्यवसाय और प्रबंधन में आपका विश्वास बेहद आश्वस्त करने वाला रहा है। धन्यवाद”
गौतम अडानी ने कहा कि आज बाजार में अभूतपूर्व हलचल है और हमारे स्टॉक की कीमतों में उतार-चढ़ाव होता रहा है। इन असामान्य परिस्थितियों की वजह से कंपनी के बोर्ड ने फैसला किया है कि FPO की प्रकिया को जारी रखना नैतिक रूप से सही नहीं होगा। हमारे लिए निवेशकों का हित सबसे महत्वपूर्ण है इसलिए उनको किसी भी संभावित वित्तीय नुकसान से सुरक्षा देने के लिए बोर्ड ने तय किया है कि FPO को जारी नहीं रखा जाएगा।
बता दें कि इस फर्म को शेयर बुधवार को 28.5% गिरकर 2,128.70 रूपए पर बंद हुआ। अडानी एंटरप्राइजेज ने 3,112 रूपए से 3,276 रूपए के प्राइस बैंड में शेयर बेचे। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर अपने 52 सप्ताह के उच्च स्तर से 49% से अधिक नीचे हैं। केवल एक सप्ताह से इसके स्टॉक 37% से अधिक नीचे हैं.