
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि इस परियोजना में सेना के पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों के लिए सुविधा और शिकायत निवारण केंद्र स्थापित करना शामिल है। इसमें एक कॉमन सर्विस सेंटर होगा जो पूर्व सैनिकों और शहीद सैन्य कर्मियों के परिजनों को सुविधा प्रदान करेगा।
भारतीय सेना ने मंगलवार 5 सितंबर को पूर्व सैनिकों और शहीदों के परिजनों के कल्याण के लिए ‘प्रोजेक्ट नमन’ शुरू किया। इसके द्वारा पूर्व सैनिकों और शहीद सैन्य कर्मियों के परिजनों के लिए सुविधा और शिकायत निवारण केंद्र की स्थापना की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि इस प्रकार का यह पहला केंद्र जल्द ही दिल्ली छावनी में स्थापित किया जाएगा। भारतीय सेना के पूर्व सैनिक निदेशालय (एडजुटेंट जनरल ब्रांच) ने पूर्व सैनिकों के सम्मान में प्रोजेक्ट नमन के लिए एचडीएफसी बैंक और सीएसई ई-गवर्नेंस इंडिया लिमिटेड के साथ समझौता किया है।
रक्षा मंत्रालय ने दिए बयान में कहा कि इस परियोजना में सेना के पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों के लिए सुविधा व और शिकायत निवारण केंद्र स्थापित क्या जाएगा। इसमें एक कॉमन सर्विस सेंटर बनाया जाएगा जो पूर्व सैनिकों और शहीद सैन्य कर्मियों के परिजनों को सुविधा प्रदान करेगा। अधिकारियों ने कहा कि परियोजना के दूसरे चरण में, भारत भर के विभिन्न सैन्य स्टेशनों पर जल्द ही 13 और केंद्र स्थापित किए जाएंगे।
सेना 170 एआरवी खरीदेगी
भारतीय सेना ने अपनी परिचालन क्षमताओं को बढ़ाने के लिए 170 बख्तरबंद वाहन (एआरवी) खरीदने की प्रक्रिया मंगलवार को शुरू करेगी। एआरवी आम तौर पर क्षतिग्रस्त बख्तरबंद लड़ाकू वाहनों की मरम्मत और पुनर्प्राप्ति सेवा प्रदान करते हैं।
अधिकारियों ने कहा कि एआरवी की खरीद ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत की जाएगी। 170 एआरवी की खरीद के लिए प्रारंभिक निविदा मंगलवार 5 सितंबर को जारी की गई। “रोइंग फेडरेशन ऑफ इंडिया” (आरएफआई) के अनुसार, एआरवी को उच्च ऊंचाई वाले पर्वतीय क्षेत्रों सहित विभिन्न इलाकों में विभिन्न मौसम व स्थितियों में काम करने में सक्षम होना होगा। उन्हें दिनभर विभिन्न मौसम में काम करने की भी आवश्यकता होनी चाहिए।