
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर हुए हमले को लेकर राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने बयान दिया है. अमित शाह का कहना है कि ना तो हापुड़ में ओवैसी का कोई कार्यक्रम था और नहीं प्रशासन को उनके उस रूट से जाने की जानकारी दी गई थी. बाद में उन्होंने कहा कि हम उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित है. ओवैसी को सरकार की ओर से दी जाने वाली सुरक्षा को ले लेना चाहिए.
3 फरवरी को हापुड़ टोल पर हुआ था हमला
बता दे कि, ओवैसी पर 3 फरवरी को हमला हुआ था. वह शाम 5.30 बजे जनसंपर्क से वापस लौट रहे थे. तब 2 अज्ञात व्यक्तियों ने उनकी गाड़ी पर गोली चलाई. इस घटना को तीन गवाहों ने देखा भी था. घटना को लेकर पिलखुवा में FIR भी दर्ज हुई है. जिसकी जांच अभी जारी है.
हमले के दो आरोपी गिरफ्तार
गृह मंत्री का कहना है कि, मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है. आरोपियों के पास से अवैध पिस्तौल और एक ऑल्टो कार भी बरामद हुई है. फोरेंसिक टीम कार और घटना स्थल की सूक्ष्म जांच कर रही है और साक्ष्य जुटाने में लगी हुई है.
ओवैसी ने सुरक्षा लेने से किया इंकार
अमित शाह ने राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि सुरक्षा एजेंसियों के आंकलन के बाद केन्द्र सरकार ने सांसद ओवैसी को सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश दिया है. जिसको ओवैसी ने इंकार कर दिया है. दिल्ली पुलिस और तेलंगाना पुलिस का प्रयास सफल नहीं हो पाया है.
गौरतलब है कि जब ओवैसी मेरठ से जनसंपर्क करके लौट रहे थे. तब हापुड टोल के पास उनकी गाड़ी पर हमला हुआ था. फिलहाल AIMIM प्रमुख ओवैसी ने मौखिक रूप से सुरक्षा लेने से इंकार कर दिया है.