पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे के निधन पर भारत में राष्ट्रीय शोक, आधा झुकाया गया तिरंगा

हम सभी जानते हैं कि भारत और जापान की मित्रता कितनी गहरी है। आपको बता दें कि कल जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की एक अज्ञात शख्स ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्या के बाद से ही जापान ही नहीं बल्कि भारत में भी शोक की लहर देखने को मिल रही है। इसी को देखते हुए भारत में भी एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया गया है। जिसके बाद पूरे देश में जगह-जगह राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को आधा झुकाया गया है।
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क्या होता है राष्ट्रीय शोक, क्या हैं इसके नियम?
आपको बता दें कि हिन्दुस्तान कि आजादी के बाद पहला राष्ट्रीय शोक, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के निधन के बाद घोषित हुआ था। उनकी मौत के बाद राष्ट्रीय शोक के जो नियम थे उनके अनुसार केवल राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की मौत पर ही राष्ट्रीय शोक घोषित करने का नियम था। पहले जो नियम थे उनके मुताबिक राष्ट्रीय शोक को घोषित करने का अधिकार केवल केंन्द्र के पास था। लेकिन कुछ समय बाद नियमों में बदलाव भी कर दिया गया था। उन नियमों के मुताबिक अब ये शोक राज्य सरकारें भी घोषित कर सकती हैं।
कहां-कहां आधा झुकाया जाता है तिरंगा
राष्ट्रीय शोक के दौरान सभी सरकारी कार्यालय में भारत का राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहता है। इस शोक के दौरान किसी भी प्रकार के सरकारी आयोजन को करने की मनाही भी होती है। इसके अलावा पूरी दुनिया में स्थित भारत के सभी Embassies के राष्ट्रीय ध्वज को भी आधा झुका कर रखा जाता है।
राष्ट्रीय शोक को लेकर नए बदलाव के अनुसार अब देश के गणमान्य व्यक्ति के निधन पर राष्ट्रीय शोक घोषित किया जा सकता है। लेकिन इसमें राज्य और केंन्द्र दोनों की अनुमति का होना अनिवार्य है। ये भी जान लिजिए कि जो लोग सोचते हैं कि राष्ट्रीय शोक के दिन सरकारी छुट्टी होती है तो ऐसा नहीं है। बता दें केंद्र सरकार ने 1997 में जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक सार्वजनिक छुट्टी अनिवार्य नहीं है।
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